BJP सांसद ने अपने बेटे से ‘हिंदू धर्म’ की रक्षा क्यों नहीं करवाई? लंदन क्यों भेजा

झारखंड गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के बेटे ने एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी से राजनीतिक विज्ञान में डिग्री हासिल की है। जिसे लेकर लोग सोशल मीडिया पर बीजेपी सांसद से जमकर सवाल पूछ रहे हैं।

अपने बेटे कनिष्क दुबे के विदेशी यूनिवर्सिटी से पढाई पूरी कर लंदन में नौकरी लगने पर बीजेपी सांसद का ख़ुशी ज़ाहिर करना उनपर भारी पड़ गया है।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर बताया कि- ”बेटे कनिष्क ने एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री हासिल कर ली है। और साथ ही लन्दन के एक बैंक में नौकरी लगने से वह दोहरी ख़ुशी महसूस कर रहे हैं।”

भाजपा सांसद के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उनपर सवालों के बौछार शुरू कर दिया है।

गुजरात के आदीवासी नेता और पूर्व विधायक छोटुभाई वसावा ने भाजपा सांसद पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा-

“निशिकांत दुबे चाहते तो अपने बेटे को हिंदू धर्म के रक्षा के काम में भी लगा सकते थे लेकिन उन्होंने बेटे को लंदन पढ़ने के लिए भेजा। कनिष्क ने लंदन के एक बैंक में नौकरी जॉइन कर ली है। आशा है वह उनके क्षेत्र की जनता को धर्मरक्षा के बजाए शिक्षा की बात करेंगे।”

दरअसल निशिकांत दुबे अपने विवादित बयान के लिए काफी चर्चा में रहते हैं। साल 2018 में उन्होंने एक विवादित सांप्रदायिक बयान दिया था कि- ”मुस्लिमों की हत्या करने वालों का कानूनी खर्च मैं खुद उठायूंगा।”

दरअसल यह बयान भाजपा सांसद ने उस समय दिया था जब झारखंड में दो मुस्लिम व्यक्ति की दंगाई भीड़ ने भैंस चोरी के शक में हत्या कर दी थी।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के एक और बयान को लेकर लोग उनसे सवाल पूछ रहे हैं। दरअसल 2019 में ओडिशा में दुबे ने रोजगार के सवाल पर कहा था कि-

“मोदी जी के नेतृत्व में भारत रोजगार की फैक्ट्री बन रही है। पांच साल में देश में इतनी नौकरी पैदा होंगी कि अमेरिका और लन्दन से लोग यहां नौकरी करने आएंगे।”

वहीं सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा भाजपा सांसद से पूछा जा रहा कि आप देश के बच्चों को हिन्दू मुसलमान का फ़र्क समझाते हैं। उनके बीच नफरत पैदा कर लड़ने को कहते हैं।

और दूसरे समुदाय के धार्मिक स्थलों पर झंडा फ़हराने का ज्ञान देते हैं। और अपने बच्चे को विदेश में पढ़ने क्यों भेज देते हैं?

साभार: बोलता हिदुस्तान

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