मुरादाबाद : मुरादाबाद पुलिस ने स्थानीय अधिकारियों की पूर्व अनुमति के बिना एक घर में नमाज अदा करने के लिए सामूहिक सभा आयोजित करने के आरोप में 26 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मुरादाबाद के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), संदीप कुमार मीणा ने कहा, “छजलेट क्षेत्र के दुल्हेपुर गांव में दो स्थानीय ग्रामीणों के घर पर बिना किसी सूचना के सैकड़ों लोग जमा हो गए और प्रार्थना की। दूसरे समुदाय के पड़ोसियों की आपत्तियों के बाद, उन्हें पूर्व में घर पर इस तरह की प्रथा में शामिल न होने की चेतावनी दी गई थी।”
भारत में मुसलमान अब घरों में भी नमाज़ नहीं पढ़ सकते? क्या अब नमाज़ पढ़ने के लिए भी हुकूमत/पुलिस से इजाज़त लेनी होगी? @narendramodi को इसका जवाब देना चाहिए, कब तक मुल्क में मुसलमानों के साथ दूसरे दर्जे के शहरी का सुलूक किया जाएगा?
1/2 https://t.co/mwOK6tKZWb— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 28, 2022
उन्होंने कहा, “स्थानीय चंद्र पाल सिंह की शिकायत पर 16 चिन्हित और 10 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी 505-2 (धार्मिक पूजा के प्रदर्शन में लगे एक सभा में सार्वजनिक शरारत के लिए बयान) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। हम मामले में शामिल लोगों की तलाश कर रहे हैं।”
इसी बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी से सवाल किया कि भारत में मुसलमान अब घरों में भी नमाज नहीं पढ़ सकते? क्या अब नमाज पढ़ने के लिए भी सरकार या पुलिस से इजाजत लेनी होगी?
ओवैसी ने आगे कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसका जवाब देना चाहिए कि कब तक देश में मुसलमान के साथ दूसरे दर्जे के शहरी का सलूक किया जाएगा?’ उन्होंने कहा, ‘समाज में कट्टरपंथ इस हद तक फैल गया है कि अब दूसरे के घरों में नमाज पढ़ने से भी लोगों के जज्बात को ठेस पहुंच जाती है।’