अगर ये सच है तो फिर इस दुनिया में सच कहीं नहीं है। जिनकी सरकार और राजनीति प्रचार प्रसार से ही चलती है, वही ये बात कह रहे हैं।
क्या किसी ने नहीं देखा कि चुनाव आते ही महीनों तक अख़बारों के पहले पन्ने पर विज्ञापन छपने लगते हैं, गोदी मीडिया से दिन भर प्रचार प्रसार ही होता रहता है तब भी प्रधानमंत्री ऐसी बात कह रहे हैं। अमर उजाला की ये हेडलाइन अपने समय के सबसे बड़े झूठ को रिकार्ड कर रही है।
“झूठ बोलो,इतना बेशर्मी से बोलो कि लोग उसे सच्च समझे”
यही हो रहा है,गैरतमंद लोग शर्मिंदा है/
आप बहुत बड़ी कीमत चुका कर भी यह बात बता रहे हैं उसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद आशा है हमें इस माध्यम से आप अवगत कराते रहेंगे ईश्वर आपकी सहायता करें।
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