भैंस से ठुँकने और गाय को ठोंकने के बाद अब बनारस से निकलने के कुछ देर बाद पंक्चर हो गई, माने पहिए जाम हो गये। भगवान का शुक्र है कि पलटी नहीं, वरना इतनी स्पीड में चलती ट्रेन के पहिए जाम होने पर कुछ भी हो सकता है।
बाक़ी मुझे रेल मंत्री क्या तो नाम है कि कल की लफ़्फ़ाज़ी याद आ रही है- वन्दे भारत ये वो।
~Samar Anarya
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने लिखा, नेहरू जी की आत्मा आ गई है सरकार को बदनाम करा रहे हैं सब उन्ही की वजह से हो रहा।
एक अन्य यूजर ने लिखा, आजादी के बाद पहली बार देखने को मिला है,
कि भैंस की टक्कर लगने से ट्रेन ही टूट गई हो।
ऐसे ही एक यूजर ने लिखा, पुराने भारत में ट्रेन से कटकर बहुत गाय भैंस कटी हैं। नये भारत में पहली बार भैंस से लड़ कर ट्रेन कटी है। कुछ यूजर्स ने इसे हल्के में लिया और इस घटना का मजाक उड़ाने लगे, डॉलर के मुकाबले रुपया ही कमजोर नहीं हुआ है..
बल्कि भैंस के मुकाबले ट्रेन भी कमजोर हुई है.! धीरे-धीरे रेल पटरी किनारे हगने वाले कम, डेंटिंग-पेंटिंग और मरम्मत की दुकानें ज़्यादा दिखने लगेंगी। वंदे भारत, वंदे भिकास।