जान लीजिए ताज महल से हर साल होती है भारत सरकार को इतनी कमाई

नई दिल्ली:  भारत के शीर्ष पांच राजस्व पैदा करने वाले स्मारक मुस्लिम शासकों द्वारा बनाए गए है। जिनमे – ताजमहल, आगरा का किला, कुतुब मीनार, फतेहपुर सीकरी और लाल किला शामिल है।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के आंकड़ों के अनुसार, इन पांच स्मारकों ने मिलकर 2017-18 में सरकार को 146.05 करोड़ रुपये कमाए। यह सभी केंद्र-संरक्षित स्मारकों द्वारा उत्पन्न कुल 271.8 करोड़ रुपये के राजस्व के आधे से अधिक है।

ताजमहल, जो हाल के वर्षों में काफी चर्चा में रहा है, सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने एएसआई को इसके खराब रखरखाव के लिए फटकार लगाई थी। बावजूद इसके ताजमहल 56.83 करोड़ रुपये के साथ सबसे ज्यादा कमाई करने वाली इस्लामिक स्मारक है।

वित्तीय वर्ष 2016-17 में 49 करोड़ 67 लाख 89 हज़ार 740 रुपए का राजस्व मिला था। 2017-18 में 56 करोड़ 83 लाख 6 हज़ार 551 रुपए की की आमदनी हुई थी। 2018-19 में 81 करोड़ 95 लाख 46 हज़ार 355 रुपए का राजस्व सरकार को प्राप्त हुआ। 2019-20 में 1 अरब 6 करोड़, 82 लाख 88 हज़ार 915 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। 2020-21 कोरोना महामारी की वजह से कमाई बहुत कम हुई। 2021-22 में ताज महल से आय के संकेत फिर से पटरी पर लौटने के मिले हैं। साल 2021 में 1.3 मिलियन यानि लगभग 12 लाख घरेलू पर्यटकें का दीदार किया।

ताजमहल मुग़ल बादशाह शाहजहां की तीसरी बेगम मुमताज महल की मज़ार है। मुमताज के गुज़र जाने के बाद उनकी याद में शाहजहां ने ताजमहल बनवाया था।

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