बीजेपी नेता और सांसद सुशील मोदी ने अब बुधवार को इफ्तार का आयोजन किया। जिसमे रविशंकर प्रसाद सहित बिहार बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। बता दें कि मोदी बिहार में पिछले तीस वर्षों से इफ्तार की दावत आयोजित करते चले आ रहे हैं।
अंजुमन इस्लमिया हाल में आयोजित इफ्तार की दावत में शामिल होने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने मीडिया से कहा कि ”सीएम साहब (नीतीश कु्मार) इफ्तार में आए हैं। अंजुमन इस्लामिया जो कि एक ऐतिहासिक स्थल है, कितना अच्छा बन गया है। यहां इफ्तार की पहली दावत हुई है। सुशील मोदी जी पिछले कई साल से दावत देते रहे हैं। सीएम साहब खुद भी इफ्तार की दावत देते रहे हैं। कोरोना काल के दौरान दो साल यह आयोजन नहीं हुआ। इस बार अरुण सिन्हा, सुशील मोदी और हमने मिलकर यह दावत की है।”
अंजुमन इस्लामिया भवन, अशोक राजपथ, पटना में आयोजित दावत-ए-इफ्तार में माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन एवं बिहार विधानपरिषद के सभापति श्री अवधेश नारायण सिंह समेत माननीय मंत्रीगण व विधायकगण के साथ। pic.twitter.com/DjpXZmqMgP
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 20, 2022
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि ”अंजुमन इस्लामिया कितना बदल गया है। यह ऐतिहासिक स्थल है। यहां बहुत बड़े लोग आ चुके हैं। मौलाना आजाद आए, कई बड़े नेता आए। पूरे हिंदुस्तान में ऐसा हाल नहीं होगा, जैसा यहां सीएम साहब ने बनाया है।”
बता दें कि हाल ही में जम्मू में रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) ने जम्मू-कश्मीर के डोडा में इफ्तार पार्टी आयोजित करने की भारतीय सेना की धर्मनिरपेक्ष परंपरा को उजागर करने वाले एक ट्वीट को कथित तौर पर हटा दिया, जब सुदर्शन न्यूज के प्रधान संपादक द्वारा पोस्ट पर हमला किया गया।
अब यह बीमारी भारतीय सेना में भी घुस गईं हैं? दुःखद … https://t.co/AiRkdLUUBl
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) April 21, 2022
21 अप्रैल को, पीआरओ ने डोडा में सेना द्वारा आयोजित एक इफ्तार की तस्वीरें ट्वीट करते हुए कहा: “धर्मनिरपेक्षता की परंपराओं को जीवित रखते हुए, भारतीय सेना द्वारा डोडा जिले के अरनोरा में एक इफ्तार का आयोजन किया गया था”। तस्वीरों में इफ्तार, सेना की राष्ट्रीय राइफल्स के डेल्टा फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग, स्थानीय मुसलमानों के साथ बातचीत करते हुए और एक वर्दीधारी व्यक्ति को नागरिकों के साथ नमाज अदा करते हुए दिखाया गया है।
Indian Army has been at the forefront of interfaith harmony.
We as officer's take pride in the fact that we have NO religion, we just adopt the religion of the troops we command! https://t.co/7nUSPapgq9— Maj Gen (Dr) YashMor (@YashMor5) April 22, 2022
उस दिन बाद में, सुदर्शन न्यूज़ के सीएमडी और प्रधान संपादक, सुरेश चव्हाणके ने ट्वीट किया, “अब ये बीमार भारतीय सेना में भी घुस गई है? दुखद…” चव्हाणके के इस ट्वीट के बाद पीआरओ रक्षा (जम्मू) ने इफ्तार को उजागर करने वाले मूल ट्वीट को हटा दिया।