कर्नाटक और महाराष्ट्र में मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर अजान देने पर पाबंदी लगाई जा रही है। तो वहीं दिल्ली सहित कई राज्यों में नवरात्रि का हवाला देकर गोश्त की दुकान बंद कर दी गई। इसी बीच सुन्नी उलेमा परिषद ने हिंदुत्ववादियों पर राष्ट्र को घृणा की ओर धकेलने का आरोप लगाया।
सुन्नी उलेमा काउंसिल के सचिव हाजी मोहम्मद सलीस ने कहा कि कुछ हिंदू ताकतें देश को नफरत की ओर धकेल रही हैं, जो जायज नहीं है। हमारा अज़ान 2-3 मिनट में पूरा हो जाता है, उन्हें भी इससे दिक्कत है। वे अपने 24 घंटे के अखंड पाठ पर (शोर) प्रदूषण नहीं देखते हैं।
उन्होंने कहा, “माहौल ऐसा हो गया है कि अगर हम टोपी पहनते हैं, दाढ़ी रखते हैं, या हिजाब पहनते हैं तो समस्या होती है, मॉब लिंचिंग हो जाती है। हम जो खाते हैं उस पर भी उनकी नजर है।”
The atmosphere is such that there's a problem if we wear skull caps, carry a beard, or wear a hijab, mob lynchings are happening. They have an eye on what we eat as well: Haji Mohammed Salees, General Secretary, Sunni Ulema Council, in Kanpur
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 7, 2022
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए हाजी मोहम्मद सालीस ने कहा कि “यह समझ के बाहर है कि इस तरह की बातें क्यों की जा रही है। भारत में हर धर्म के लोग एक दूसरे के साथ सदियों से रहते आए हैं। लेकिन अब माहौल खराब होता जा रहा है। इस तरह की ताकतों के खिलाफ लोगों को ही आगे आना होगा।”