राजस्थान के जैसलमेर (Jaisalmer) में होटल की संपत्ति को एनपीए घोषित कर सस्ते दाम पर बेचने के मामले में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के पूर्व चेयरमैन प्रतीप चौधरी (Pratip Chowdhary) को गिरफ्तार किया गया है। उनको मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कोर्ट द्वारा जारी गिरफ्तारी आदेश के आधार पर जैसलमेर पुलिस ने दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, पूरा मामला होटल प्रोपर्टी को NPA करके गलत तरीके से बेचान करने का है। दरअसल, प्रतीप चौधरी ने बिचौलियों के मार्फत जैसलमेर के सितारा होटल रजवाड़ा को लोन का सेटलमेंट करने के लिए बिचौलियों के मार्फत बातचीत की और धोखे में रखकर करीब 200 करोड़ की होटल को सीज करके अपनी परिचित कंपनी को नियम विरुद्ध केवल 25 करोड़ में बिकवा दिया। फिर खुद रिटायर होकर उसी कंपनी के बोर्ड में डायरेक्टर बन गए।
Rajasthan | Following the court order, we've arrested former State Bank of India (SBI) chairman Pratip Chaudhuri in connection with a loan scam case. We presented him before the court: Dr Ajay Singh, SP Jaisalmer pic.twitter.com/rUUUCmrwyp
— ANI (@ANI) November 1, 2021
2017 में जब इस संपत्ति का मूल्याकंन करवाया गया तो इसका बाजार मूल्य 160 करोड़ रुपये पाया गया था। वर्तमान में इन होटल की कीमत 200 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। ये मामला उस वक्त सामने आया जब जैसलमेर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने चौधरी और सात अन्य लोगों के खिलाफ गिर’फ्तारी का वारंट जारी किया। गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने 15 नवंबर तक प्रतीप चौधरी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में जैसलमेर सदर थाने में 2015 में एसएबीआई के तत्कालीन चेयरमैन समेत कुल 8 लोगों पर धोखाधड़ी की एफ़आईआर दर्ज करवाई गई थी। इससे पहले मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जैसलमेर कोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी को खारिज कर दिया था।