भारतीय टेनिस में बदलाव का हिस्सा बनना चाहती हैं सानिया मिर्जा, कोच बनने को तैयार

आवाज द वाॅयस /हैदराबाद
टेनिस से सेवानिवृत्त सानिया मिर्जा ने कहा है कि वह भारतीय टेनिस में बदलाव का हिस्सा बनना चाहती हैं. भविष्य में खेल प्रशासन या यहां तक ​​कि कोच बनने के लिए भी तैयार हैं.हैदराबाद की 36 वर्षीय खिलाड़ी पिछले महीने डब्ल्यूटीए दुबई ड्यूटी फ्री चैंपियनशिप में अमेरिकी जोड़ीदार मैडिसन कीज के साथ पहले दौर में हार के बाद अंतरराष्ट्रीय टेनिस से बाहर हो गई थीं.

उन्होंने कहा,इस समय, मैं एक ब्रेक लेना चाहता हूँ. लेकिन मुझे नहीं पता. मैं इस तथ्य के लिए बहुत खुली रहूंगी कि मैं एक बदलाव देखना चाहती हूं. परिवर्तन देखने मात्र से परिवर्तन नहीं हो जाता. आपको कोशिश करनी होगी और बदलाव का हिस्सा बनना होगा.

सानिया मिर्जा ने कहा,मैं किसी भी क्षमता में बदलाव का हिस्सा बनकर खुश हूं जो संभव है. जब मैं ऐसा करना चाहती हूं तो मैं समयरेखा के लिए प्रतिबद्ध नहीं हो सकती. लेकिन यह कुछ ऐसा है जिसके लिए मैं खुली हूं. मैं इसके खिलाफ नहीं हूं.

सानिया रविवार को यहां लाल बहादुर स्टेडियम में अपनी विदाई के तहत दो प्रदर्शनी मैच खेलेंगी.उन्होंने कहा,जैसा मैंने कहा, अगर मैं कोर्ट और कोच पर खड़ा होना चाहता हूं. मुझे नहीं पता. मैं कभी भी चीजों के लिए कभी नहीं कहती, क्योंकि मैं इन बातों को नहीं जानती. लेकिन, मैं बहुत ओपन हूं.

उन्होंने कहा,उदाहरण के लिए, पिछले महीने मैं दुबई में थी. एक टेनिस खिलाड़ी मेरी अकादमी में दो सप्ताह से अभ्यास कर रही थी. मैं दो सप्ताह से उसकी मदद कर रही थी.उन्होंने कहा, मुझे ऐसा करने में बहुत खुशी हुई.मैं इसे पूर्णकालिक आधार पर करना चाहती हूं या नहीं, मुझे अभी तक नहीं पता, लेकिन मैं मदद करने के लिए तैयार हूं.

सानिया, जिन्होंने स्विस दिग्गज मार्टिना हिंगिस के साथ तीन महिला युगल सहित छह ग्रैंड स्लैम खिताब जीते, ने कहा कि एक उचित प्रणाली केवल चैंपियन का उत्पादन कर सकती है.

उन्हांेने कहा,हमें इन युवा लड़कियों का समर्थन करने के लिए एक प्रणाली की आवश्यकता है. अगर हमारे पास एक ठोस प्रणाली है तो हम चैंपियन पैदा कर सकते हैं.हम हर 20, 30 साल में चैंपियन तैयार नहीं कर सकते. हमें उन्हें हर साल तैयार करना होगा. यदि हम एक प्रणाली स्थापित करते हैं, तो हम ऐसा कर सकते हैं. अगर हम अपने बच्चों को खेलों में भेजना चाहते हैं, तो वास्तव में यहां जाने वाला कोई नहीं है.

उन कारणों के बारे में बात करते हुए, जिन्होंने उन्हें छोड़ने के लिए प्रेरित किया, सानिया ने कहा, “ठीक है, मेरे शरीर में तीन सर्जरी हो चुकी हैं. मैच के वार्म-अप से पहले वार्म अप करने में मुझे 45 मिनट लग रहे हैं. मैं वास्तव में टेनिस कोर्ट पर जितना समय बिताता हूं, उससे कहीं अधिक समय फिजियो मुझ पर काम कर रहा है.

उन्हांेने कहा,मेरा 20 साल का लंबा करियर रहा है. मैं अपनी शर्तों पर खत्म करना चाहता थी. मैं तब खत्म करना चाहती थी जब मैं अच्छा खेल रहा थी. मैं शीर्ष पर होने पर समाप्त करना चाहता थी. अब जीवन में अलग चीजें चाहता हूं.

सानिया मिर्जा ने कहा,और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं अपने बेटे के साथ अधिक समय बिताना चाहूंगा… मुझे लगता है कि आज मेरी प्राथमिकताएं अलग हैं.

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