नई दिल्ली: ‘नौकरी के लिए जमीन’ घोटाले के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद और उनकी बेटी मीसा भारती से जुड़े बिहार और दिल्ली में 16 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की। इस घोटाले में बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर जमीन छीन लिने का आरोप है।
सीबीआई के एक सूत्र ने बताया कि हाल ही में लालू और अन्य के खिलाफ बेरोजगार युवकों से सरकारी क्षेत्र में नौकरी दिलाने के नाम पर रिश्वत लेने और उन्हें ठगने का नया मामला दर्ज किया गया था। सूत्र ने कहा, “यादव, जब वह केंद्रीय मंत्री थे, अपने सहयोगी के माध्यम से या सीधे निर्दोष लोगों से कहा कि वह उन्हें सरकारी नौकरी दिलाने में मदद करेंगे। और उन्होंने नौकरी चाहने वालों से जमीन ले ली। हालांकि, सभी को नौकरियां प्रदान नहीं की गईं।”
यह पूछे जाने पर कि लालू और अन्य ने इसके माध्यम से कितनी भूमि का अधिग्रहण किया, सूत्र ने कहा कि वे एक सूची बना रहे हैं। सीबीआई अधिकारी उन लोगों के बयान भी दर्ज कर रहे हैं जो स्थानों पर मौजूद हैं। यह राजद नेता को 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाला मामले में जमानत दिए जाने के कुछ हफ्ते बाद आया है। चारा घोटाले के पांच मामलों में वह पहले ही दोषी करार दिए जा चुके हैं।
इसी बीच इन छापों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आरजेडी ने ट्विटर कर कहा : ” जिस लालू जी ने रेलवे को 90,000 करोड़ का मुनाफा दिया,जिस लालू ने लाखों युवाओं के लिए रेलवे में भर्ती निकाली,कुलियों को स्थायी किया उस लालू पर 15 साल बाद छापा मरवाया जा रहा है। और जिस संघ व मोदी-शाह ने रेलवे को बेच दिया, स्टेशन बेच दिए, 72000 पदों को डकार गए वो ईमानदार बन रहे है।”