कोरोना महामारी के बीच एलोपैथी पर सवाल खड़ा करने वाले योग गुरु बाबा रामदेव पर पतंजलि के सरसों तेल में मिलावट कर बेचने का आरोप लगा है। राजस्थान के अलवर स्थित पतंजलि के सरसों तेल की खैरथल फैक्ट्री को सीज कर दिया गया है। कलेक्टर की अगुवाई में हुई इस कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी हुई।
पतंजलि के सरसों के तेल को लेकर पहले भी कई शिकायते सामने आई है। खाद्य तेल उद्योग संगठन (एसईए) भी तेल को लेकर पहले ही आपत्ति जता चुका है। संगठन को आपत्ति है कि सरसों तेल के अन्य ब्रांड के कच्ची घानी तेल में मिलावट है।
बताया जा रहा है कि खैरथल की इस फैक्ट्री से बने सरसों के तेल को बाबा रामदेव की कम्पनी पतंजलि को सप्लाई होती है। पतंजलि इस तेल पर अपना लेबल लगाकर बेचती है। मामले में अलवर कलेक्ट्रेट ने एक जाँच समिति का गठन किया है और माना जा रहा है कि जल्द ही मामले की जाँच सीबी-CID को सौंपी जा सकती है।
फैक्ट्री में पतंजलि की भारी मात्रा में पैकिंग सामग्री बरामद की गई है। फैक्ट्री प्रबंधन ने इस सबंध में बाबा रामदेव की पतंजलि का पैकिंग किए जाने की अनुमति होने का दावा किया। साथ ही एक और ब्रांड श्री श्री ऑयल ब्रांड के भी रैपर वहां से मिले हैं।
खाद्य निरीक्षकों और आयुर्वेद निरिक्षकों की टीम ने फैक्ट्री से सरसों के तेल, कच्ची घानी और स्पेलर से निकाले गए तेल के स्टॉक और मौजूद कच्चे सामान के सैम्पल लिए। जिनकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि ये कार्रवाई ऐसे समय में सामने आई है कि हाल ही में आईएमए ने रामदेव को 1000 करोड़ रुपए का मानहानि का नोटिस भेजा है।