जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के प्रमुख राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव इन दिनों मोदी सरकार पर बुरी तरह से भड़के हुए है। अपने ट्विटर अकाउंट से वह सख्त बयान दे रहे है। जिससे मोदी सरकार की परेशानी बढ़ना लाज़मी है। उन्होने मोदी सरकार पर अडानी, अंबानी और रामदेव को करोड़ों रुपए मुफ्त में देने का आरोप लगाया है।
जनता को कोरोना से हुई मौत में
चार लाख रु मुआवजा देने में
सरकार की नानी मर जाती है।लेकिन अडानी-अंबानी, रामदेव को
चार लाख करोड़ रु मुफ्त में देने में
सरकार खुशी से फूले नहीं समाती है।— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) June 30, 2021
उन्होने ट्वीट किया, ‘जनता को कोरोना से हुई मौ’त में चार लाख रु मुआवजा देने में सरकार की नानी म’र जाती है। लेकिन अडानी-अंबानी, रामदेव को चार लाख करोड़ रु मुफ्त में देने में सरकार खुशी से फूले नहीं समाती है।’
देश चलाने के लिए
छाती 56 नहीं, 36 इंच की भी चलेगी!लेकिन दिमाग पूर्ण विकसित होना चाहिए
और दिल तो इंसान का होना ही चाहिए।— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) June 30, 2021
पूर्व सांसद ने एक अन्य ट्वीट में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया और कहा कि ‘देश चलाने के लिए छाती 56 नहीं, 36 इंच की भी चलेगी! लेकिन दिमाग पूर्ण विकसित होना चाहिए और दिल तो इंसान का होना ही चाहिए।’
बंगाल में हिन्दू फिलहाल खतरे से बाहर!
राजनीतिक मौसम विभाग का अलर्ट!
यूपी में फरवरी 2022 तक हिन्दू पर
भीषण खतरे का बादल
बहुत तेजी से मंडराता रहेगा।— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) June 29, 2021
इसके अलावा उन्होने उत्तर प्रदेश के राजनीतिक वातावरण पर भी चुटकी ली। उन्होने लिखा, बंगाल में हिन्दू फिलहाल खत’रे से बाहर! राजनीतिक मौसम विभाग का अलर्ट! यूपी में फरवरी 2022 तक हिन्दू पर भीषण ख’तरे का बादल बहुत तेजी से मंडराता रहेगा।
राष्ट्रपति का वेतन कर मुक्त होता है।
अब जब राष्ट्रपति जी ने खुद कहा है उनके
वेतन से पौने 3 लाख₹ टैक्स लिया जाता है।तो उन्होंने असत्य तो कहा नहीं होगा!ऐसे में यह
जांच का विषय है उनसे पौने 3 लाख₹ आखिर
कौन किस टैक्स के रूप में ऐंठ रहा है?देश के प्रथम नागरिक के साथ तो न्याय हो!
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) June 28, 2021
वहीं राष्ट्रपति के उनकी सेलरी से टेक्स कटने के दावे पर कहा, राष्ट्रपति का वेतन कर मुक्त होता है। अब जब राष्ट्रपति जी ने खुद कहा है उनके वेतन से पौने 3 लाख₹ टैक्स लिया जाता है। तो उन्होंने असत्य तो कहा नहीं होगा!ऐसे में यह जांच का विषय है उनसे पौने 3 लाख₹ आखिर कौन किस टैक्स के रूप में ऐंठ रहा है? देश के प्रथम नागरिक के साथ तो न्याय हो!