भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को केंद्र में अपनी पार्टी की सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि न तो प्रधानमंत्री और न ही वित्त मंत्री अर्थशास्त्र जानते हैं। उन्होंने देश में महंगाई के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री को भी जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वह किसी से सलाह नहीं लेतीं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “सरकार न तो अर्थशास्त्र को समझती है, न प्रधानमंत्री को और न ही वित्त मंत्री को।” सांसद ने कहा कि विकास दर में गिरावट आने पर भी वे नहीं जानते कि क्या करें।
मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए कहा कि सरकार न तो अर्थशास्त्र को समझती है, न प्रधानमंत्री जानते हैं और न ही वित्त मंत्री। उन्होंने कहा कि वे इस पर किसी से सलाह लेते हैं। सांसद ने कहा कि विकास दर में गिरावट आने पर भी वे नहीं जानते कि क्या करें।
कुछ हिंदुत्व समूहों के दावे पर कि हिंदू पूजा स्थल उन जगहों पर होते थे जहां अब मस्जिदें स्थित हैं, सांसद ने कहा कि केंद्र को 1991 पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम को निरस्त करने के लिए उनके द्वारा दायर मुकदमे का जवाब देना बाकी है।
बता दें कि यह अधिनियम 15 अगस्त, 1947 को प्रचलित पूजा स्थल को पुनः प्राप्त करने या उसके चरित्र में बदलाव की मांग करने के लिए मुकदमा दायर करने पर रोक लगाता है। कुछ हिंदुत्व समूहों ने मथुरा और काशी में धार्मिक स्थलों को पुनः प्राप्त करने की मांग की है।
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि सीमा मुद्दे पर चीन के साथ सरकार के व्यवहार से वह संतुष्ट नहीं हैं। चीन को लेकर वह कई मौकों पर मोदी सरकार की कड़ी आलोचना कर चुके है। इसके लिए वह सीधे तौर पर पीएम मोदी को भी जिम्मेदार ठहरा चुके है।