बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने बॉलीवुड खान (शाहरुख खान, सलमान खान और आमिर खान) के किसी भी मुद्दे पर चुप्पी साधने को लेकर आलोचना की है। साथ ही तीनों खानों की इस चुप्पी की भी वजह बताई। उन्होने कहा कि अगर ये तीनों किसी भी मुद्दे पर आवाज उठाते है तो उन्हे प्रता’ड़ना झेलनी पड़ सकती है।
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि “वो खुद के उत्पी’ड़न होने से डरते हैं। उनके पास खोने के लिए बहुत कुछ है। ये सिर्फ वित्तीय उत्पी’ड़न नहीं होगा, ये सिर्फ एक या दो एंडोर्समेंट चले जाने की बात नहीं है, ये उनके पूरे जीवन की कमाई प्रतिष्ठा की बात है। जो कोई भी बोलने की हिम्मत करता है उसे हैरास’मेंट का सामना करना पड़ता है।”
इस दौरान उन्होने जावेद अख्तर का भी जिक्र किया और कहा कि जो भी अपनी आवाज उठाने की कोशिश करता है उसे प्र’ताड़ित किया जाता है। वो बोले, ‘सिर्फ जावेद साहब और मैं ही नहीं बल्कि जो भी दक्षिणपंथी मानसिकता के खिलाफ बोलता है, प्रताड़ि’त होता है और यह दोनों तरफ से बढ़ता जा रहा है।
इसके अलावा उन्होने अब इस्लाम के मार्डनाइजेशन की बात की है। उन्होने कहा कि इस्लाम में ट्रिपल तलाक जैसे संशोधन सही हैं। ‘द वायर’ के साथ इंटरव्य में नसीर ने कहा कि जिस तरह से हिंदू धर्म में सती प्रथा को बंद किया गय, वैसे ही इस्लाम में भी समय के साथ मार्डिफिकेशन किया जाना चाहिए।
Good
अगर यह डर है तो अच्छा है।कानून का डर होना ही चाहिए।नहीं तो ऐसे छद्म सेक्यूलरवादी देश को खोखला और अराजक बना देंगे