ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के बीच संघ परिवार की और से लगातार मुगलों को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया कि मुगल बादशाहों की बीवियां कौन थीं? उन्होने एक पोस्ट में कहा कि भारत के मुसलमानों का मुगलों से कोई रिश्ता नहीं है। इसके साथ सवाल उठाया कि मुगल बादशाहों की बीवियां कौन थीं?
ओवैसी के इस सवाल पर बवाल मच गया। ओवैसी के इस बयान पर विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि ओवैसी समाज को भ्रमित कर रहे हैं। अयोध्या और कृष्ण जन्मभूमि पर ओवैसी दावा क्यों कर रहे थे. मुगल आक्रांताओं का समर्थन ओवैसी अपने हर डिबेट में करते हैं। भारतीय मुसलमान राष्ट्र के साथ है और जो भी ओवैसी जैसे लोगों का समर्थन करते हैं वे राष्ट्र विरोधी है। यह ओवैसी का दोहरा चरित्र है। मुगल काल में भी लव जिहाद होता रहा होगा। ओवैसी लव जिहादियों के साथ हैं। हिंदुओं को अपमानित करने के लिए ओवैसी इस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। ओवैसी अपनी भाषा पर लगाम लगाएं।
इसके अलावा ओवैसी ने असम के मुख्यमंत्री सरमा के मदरसे को लेकर दिए गए बयान पर भी आपत्ति जताई। साथ ह बयान पर पलटवार करते हुए कहा है, असम में 18 लोग मारे गए हैं और 7 लाख बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री अभद्र टिप्पणियों में व्यस्त हैं। उन्होंने आगे कहा, जब संघी ब्रिटिश एजेंट के रूप में काम कर रहे थे, तब मदरसे स्वतंत्रता आंदोलन में सबसे आगे थे। इस्लाम के अलावा कई मदरसे विज्ञान, गणित और सामाजिक अध्ययन पढ़ाते हैं।
ओवैसी ने कहा, शाखाओं से अलग मदरसे स्वाभिमान और सहानुभूति सिखाते हैं, लेकिन ये बात अनपढ़ संघी नहीं समझेंगे। उन्होंने सवाल किया कि हिंदू समाज सुधारक राजा राम मोहन राय मदरसे में क्यों पढ़ते थे? मुस्लिम वंश पर ध्यान देना आपकी हीन भावना को दर्शाता है। मुसलमानों ने भारत को समृद्ध बनाया है और आगे भी वे ऐसा करते रहेंगे।