मौलाना महमूद मदनी ने कहा है कि मुसलमानों को किसी खास पार्टी को हराने के लिए वोट नहीं देना चाहिए क्योंकि यह रणनीतिक रूप से गलत है।
उन्होंने सोमवार को एक हिंदी भाषा के समाचार चैनल आज तक के साथ एक साक्षात्कार में कहा, “मुसलमान इस देश में समाज का एक बड़ा हिस्सा हैं। अगर वे किसी खास पार्टी को किसी भी सूरत में हराने का फैसला करते हैं तो यह रणनीतिक रूप से गलत है। क्योंकि, जिसे हम हारने का फैसला करते हैं, उसे हमारी आवश्यकता नहीं होगी और जिसे हमें विजयी बनाना है, उसे हमारी आवश्यकता होगी।”
जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना मदनी ने कहा कि मुसलमान चाहें तो बीजेपी को वोट दे सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी को भी मुसलमानों से संपर्क करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि भाजपा मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरे भाषणों और घृणा अपराधों के खिलाफ कार्रवाई करे।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें ओवैसी को वोट देने वाले लोगों से भी कोई समस्या नहीं है।
मौलाना मदनी ने मोहम्मद अली जिन्ना पर अपनी टिप्पणी के संबंध में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भारतीय मुस्लिम ने जिन्ना के विचार को खारिज कर दिया और पाकिस्तान के ऊपर भारत को चुना।