मुनव्वर राणा ने ‘योगी’ की तारीफों में पढ़े कसीदे, लोग हुए हैरान

योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में प्रचंड जीत के साथ सत्ता में लौटी। कई दलों के विभिन्न सर्वोच्च नेताओं के अलावा, कवि मुनव्वर राणा उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने चुनावों में सीएम योगी के खिलाफ बोलकर सबसे अधिक सुर्खियां बटोरीं।

जनवरी में  मीडिया से बात करते हुए, मुनव्वर राणा ने कहा था, “अगर योगी आदित्यनाथ फिर से सीएम बनते हैं, तो मैं उत्तर प्रदेश छोड़ दूंगा। यह मेरे लिए बहुत दर्दनाक होगा, लेकिन चूंकि राज्य अपने आप में खतरे में है, इसलिए मेरे पास जाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है।”

योगी 2.0 सरकार की उल्लेखनीय जीत के बाद, सोशल मीडिया यूजर्स लगातार राणा को यूपी छोड़ने के उनके संकल्प की याद दिला रहे हैं, जिस पर उन्होने अब तक अपनी बात नहीं रखी है।

अब, हाल ही के एक उदाहरण में, राणा ने अपनी प्रसिद्ध कविता ‘माँ’ की कुछ पंक्तियों को ट्वीट किया है, साथ ही योगी आदित्यनाथ की अपनी माँ के साथ उनकी हाल की यात्रा से लेकर उत्तराखंड में अपने गृहनगर की मनमोहक तस्वीर भी ट्वीट की है। तस्वीर के साथ कैप्शन जोड़ते हुए मुनव्वर राणा ने लिखा, “मेरी ख़्वाइश है की मैं फिर से फरिश्ता हो जाऊं, मां से इस तरह लिपट जाऊं की बच्चा हो जाऊं।

राणा ने अपने हालिया ट्वीट से न केवल अपने सामान्य व्यवहार को तोड़ा, बल्कि आलोचकों को भी आश्चर्यचकित कर दिया, इसके साथ ही लाउडस्पीकर विवाद पर मुनव्वर राणा ने कहा, ”40-42 साल पहले यह विवाद शुरू हुआ था। उस समय कलकत्ते में सबसे बड़ी मस्जिद के अजान को लेकर एक पड़ोसी मुसलमान ने ही शिकायत की थी कि उनकी मां बीमार हैं, हार्ट की पेशेंट हैं, दिक्कत होती है। एक समुदाय नाराज हो गया, जैसे आज होते हैं। सिया, सुन्नी, देवबंदी सबका मानना है कि अजान के लिए माइक्रोफोन की जरूरत नहीं है। अजान पहले आई, माइक्रोफोन तो बाद में आया। इबादत यदि शोर में बदल जाए तो यह तकलीफदायक होती है।” उन्होंने कहा कि यदि सड़क पर नमाज बंद हो गई है तो योगी जी मस्जिदों को फ्लोर बनाने की इजाजत दें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *