यूपीएससी परीक्षा 2019 में ऑल इंडिया रैंक 54 प्राप्त कर आईएएस अफसर बनने वाले मुकुंद कुमार की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है। मुकुन्द ने 22 साल की छोटी ही उम्र में पहली बार में ही UPSC परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया। दरअसल उन्होने इस परीक्षा में बैठने से पहले जबर्दस्त रणनीति बनाई और उनकी ये रणनीति कामयाब भी रही।
मुकुंद बिहार के मधुबनी के रहने वाले है। उनके पिता मनोज ठाकुर दूध डेयरी का बूथ चलाते हैं। वहीं उनकी माता ममता देवी गृहणी है। साधारण परिवेश में रहकर मुकुन्द ने आईएएस तक का सफर तय किया है। पिता की कमाई इतनी नहीं थी कि वे बेटे की महंगी कोचिंग का खर्च उठा सके और ऐसे में मुकुन्द ने सीमित संसाधनों से ये कामयाबी हासिल की।
मुकुन्द के अनुसार, उन्होंने पूरी तरह से टाइम टेबल को फॉलो किया था और पहले की तरह जैसे सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते थे वो सब छोड़ दिया। उसके बाद करीब 12 से 14 घंटे को रोजाना पढ़ाई कर इस कठिन परीक्षा को पहली बार में निकाला।
कोचिंग के बारे में वह कहते हैं कि मैं अपने पिता से UPSC की कोचिंग के लिए 2-3 लाख रूपए मांगता तो वह मना नहीं करते परन्तु इससे घर की आर्थिक स्थिति पर ज़रूर प्रभाव पड़ता। इसीलिए मैंने कोचिंग ना लेने का फैसला किया और खुद से ही तैयारी की।
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी को लेकर मुकुंद का मानना है कि उम्मीदवारों को सबसे पहले परीक्षा का सिलेबस पढ़ना और समझना चाहिए। इसके बाद अपनी पढ़ाई की शुरुआत बेसिक्स से करें। इसके अलावा वह कहते हैं कि प्रीलिम्स परीक्षा की तैयारी अच्छे से करें क्योंकि अगर प्रीलिम्स क्लियर करने में ही असफल रहे तो आगे की तैयारी बेकार जाएगी।