राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने बुधवार को कहा कि उसे पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी के खिलाफ सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की शिकायत मिली है। बेदी ने सोमवार को चेन्नई में अपनी किताब फियरलेस गवर्नेंस के विमोचन के दौरान कथित तौर पर एक समुदाय का मजाक उड़ाया था।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने एक बयान में कहा, “इससे देश में सिखों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, इसलिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने दिल्ली के मुख्य सचिव से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।” आयोग ने कहा कि वह रिपोर्ट के आधार पर उचित समझे जाने पर कार्रवाई करेगा।
इस बीच, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में गुरुद्वारों का प्रबंधन करने वाली संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कहा कि वह बेदी को उनकी टिप्पणी के लिए कानूनी नोटिस भेज रही है। समिति के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने कहा, “किरण बेदी की सिखों पर टिप्पणी चौंकाने वाली और शर्मनाक है और इससे पूरे समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है।”
I have highest regards for my community. I am a devotee of Baba Nanak Dev ji. What I said to the audience even at my own cost (as I also belong here) be kindly not misread.I seek forgiveness for this.I am the last person to cause any hurt. I believe in Seva & loving kindness 🙏
— Kiran Bedi (@thekiranbedi) June 14, 2022
बेदी ने मंगलवार को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी थी। हालांकि उन्होने यह भी कहा कि माफी मांगने के बावजूद उसे सोशल मीडिया पर अपमानजनक संदेश मिल रहे हैं।
पुडुचेरी के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर ने लिखा, “इस [घटना] पर खेद जताने के बावजूद, मुझे ईमेल, व्हाट्सएप और ट्विटर पर बहुत अश्लील गालियां मिल रही हैं।” उन्होने कहा, “मैं दुर्व्यवहार करने वालों से ऐसा करने से परहेज करने और मुझे ऐसी स्थिति में नहीं डालने का आग्रह करती हूं जहां मुझे उन्हें सार्वजनिक डोमेन में रखना पड़ सकता है। तब गाली देने वालों की पहचान के लिए यह बेहद शर्मनाक होगा।”