मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर हुई हिंसा के बाद मध्य प्रदेश पुलिस की कार्रवाई पहले ही सवालों के घेरे में है। कई मुसलमानों पर झूठा फँसाने और उनके मकानों को गिराने के पुलिस पर आरोप लग रहे है।
हाल ही में संजय नगर के रहने वाले फ़रीद खान पिता सुभान पर हुई एफ़आईआर ने एमपी पुलिस की झूठी कार्रवाई की पोल खोल कर रख दी। दरअसल वह 9/4/22 से 11/4/22 तक हॉस्पिटल में भर्ती थे लेकिन उनके नाम पर 2 FIR दर्ज़ की गई।
बेकरी का समान पहुंचाने गए थे,वहां से लौटते हुए वो इंदौर आए और 14 को खरगौन वापिस लौटे,इसी बीच उन्होंने खुद को लगातार गाड़ी चलाने की वजह से हुई बीमारी के डॉक्टर को भी दिखाया जिसके हिसाब से वो 9/4/22 को कर्नाटक में थे,लेकिन उनके ख़िलाफ़ भी FIR दर्ज की
रिपोर्ट- @KashifKakvi
शर्म करो pic.twitter.com/EG1P6xRL7c— Zakir Ali Tyagi,ज़ाकिर अली त्यागी (@ZakirAliTyagi) April 16, 2022
जानकारी के अनुसार, वह बेकरी का समान पहुंचाने गए थे, वहां से लौटते हुए वो इंदौर आए और 14 को खरगौन वापिस लौटे, इसी बीच उन्होंने खुद को लगातार गाड़ी चलाने की वजह से हुई बीमारी के डॉक्टर को भी दिखाया जिसके हिसाब से वो 9/4/22 को कर्नाटक में थे, लेकिन उनके ख़िलाफ़ भी FIR दर्ज की गई।