केजरीवाल कितना नक़ली इंसान है! गाँधी की फ़ोटो अंबेडकर से रिप्लेस की , क्योंकि गांधी के चित्र से अब वोट नहीं मिलते पर अंबेडकर के करोड़ों समर्थकों के पास वोट हैं। अग़ल बग़ल अंबेडकर नज़र आने लगे पर जब उसके दलित मंत्री ने अंबेडकर के कहे / किये का अनुमोदन सार्वजनिक किया तो चमड़ी के नीचे का सच बाहर आ गया।
गुजरात चुनाव में स्टेक बड़ा था, पोस्टर बैनर सवाल पूछने लगे, केजरीवाल ने जै श्री राम का नारा लगाया और मंत्री से इस्तीफ़ा ले लिया! केजरीवाल, इस तरह के आचरण से तुम चुनाव जीत सकते हो लेकिन तुम ख़ुद को हारते जा रहे हो, ये तुम्हें सफलता के मद में दिखाई नहीं देगा।
केजरीवाल ने गांधी की तस्वीरों को पंजाब के सरकारी दफ़्तरों से फेंक दिया क्योंकि उनके मानने वाला बौद्धिक वर्ग तो था, लेकिन वोट वर्ग नहीं था। अगर अंबेडकर के नाम पर एक बड़ा वोट वर्ग ना होता तो केजरीवाल कभी अंबेडकर का नाम भी नहीं लेता।
— Shyam Meera Singh (@ShyamMeeraSingh) October 10, 2022
साभार :- Sheetal P Singh