एमबीबीएस और बीडीएस के कॉलेज में दाखिले के लिए एनईईटी 2022 परिणाम सामने आ गए हैं. इस प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षा में भारत और विदेशों के लाखों विद्यार्थियों ने शिकरत की थी. मगर गुरूवार को परिणाम घोषित होते ही दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के एक दूरदराज के छोटे से गांव में जश्न शुरू हो गया.
पहले ही प्रयास में गांव के 16 वर्षीय हाजिक परवेज लोन एनईईटी 2022 की 10वां रैंक हासिल करने में सफल रहे. उनकी कामयाबी के किस्से जो भी सुनता है एक बार तो उसे विश्वास ही नहीं होता. उत्तरी कश्मीर के सोपोर के बाद घाटी के किसी भी अन्य क्षेत्र की तुलना में इस इलाके में सेब का उत्पादन अधिक होता है.
दक्षिण कश्मीर का शोपियां जिला, जिसे 2007 में पुलवामा से एक पहाड़ी जिले के रूप में पहचान मिली थी, वर्षों से आतंकवादी घटनाओं के चलते बदनाम रहा है, जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में शीर्ष रैंक के साथ राष्ट्रीय स्तर पर 10 वें स्थान पाने वाले हाजिक परवेज ने एनईईटी 2022 परीक्षा में 720 में से 710 अंक प्राप्त किए हैं.
वह सेब उत्पादक परवेज अहमद लोन के बेटे हैं. हाजिक अपने परिणाम से बहुत उत्साहित है. साथ ही सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों, कड़ी मेहनत और अपने परिवार को देते हैं. उन्हांेने कहा, मैं परीक्षा में सफल होने के लिए निश्चित था, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर इतने उच्च रैंक के बारे में नहीं सोचा था.
युवा हाजिक ने कहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान शोपियां में महामारी और लगातार इंटरनेट बाधित होने के कारण तैयारी के दौरान कई कठिनाइयां आईं. उन्होंने कहा, अपने परिवार के समर्थन से मैंने पढ़ाई के साथ तालमेल रखना जारी रखा. यहां तक कि कई कक्षाएं छूट गई. हाजिक ने कहा, मेरे शिक्षकों और परिवार के निरंतर समर्थन ने मुझे उच्च रैंक के साथ सफलता दिलाई.
उन्होंने कहा कि यह मुख्य रूप से उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है जिसके कारण उन्हें 10 वीं रैंक के रूप में सफलता मिली, जिसकी पहले उम्मीद नहीं थी,उन्होंने कहा कि यह न केवल चिकित्सा पेशे के लिए, बल्कि उनके भविष्य के जीवन में कई अन्य उम्मीदवारों के लिए एक प्रेरणा होगी,हाजिक न्यूरोलॉजी में विशेषज्ञता की इच्छा रखते हैं और प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करने और उनके लिए आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए कमर कस रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, मनोज सिन्हा और विभिन्न राजनीतिक नेताओं ने परीक्षा में उल्लेखनीय सफलता के लिए हाजिक को बधाई दी है.हाजिक परवेज लोन ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के डॉल्फिन पब्लिक स्कूल में आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की है. बाद में अपने पैतृक क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल में दाखिला लिया, परीक्षा उत्तीर्ण की,हाजीक परवेज लोन ने अन्य युवाओं से अपील करते हुए कहा कि उन्हें अपना भविष्य संवारने और जीवन में कुछ हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए.
उन्हें पिता परवेज अहमद लोन ने कहा कि वह अपने बेटे की सफलता से अधिक खुश है. बेटे पर गर्व है. उन्हांेने बताया कि जब भी सुरक्षा कर्मियों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ होती है, जिला प्रशासन द्वारा मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी जाती हैं. जिसके चलते हाजिक को इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए दूसरे जिलों में जाना पड़ा.
हाजिक की मां ने कहा कि वह अल्लाह की शुक्रगुजार हैं कि उन्हें ऐसा बेटा मिला. उन्होंने कहा कि हाजिक बचपन से ही अच्छा काम करते रहे हैं और बहुत मेहनती हैं.
उन्होंने अन्य माता-पिता से अपील की कि वे अपने बच्चों पर नजर रखें कि वे क्या कर रहे हैं और किसके साथ चल रहे हैं, ताकि किसी भी लड़के का बुरा न हो और युवा गलत कामों से बच सकें.
बच्चे की सफलता पर पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला, पार्टी अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी समेत अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने हाजिक परवेज लोन की कामयाबी पर बधाई दी है.
साभार: आवाज द वॉइस,
एहसान फाहिल / शाहिद टॉक / श्रीनगर