अपने बेबाक बयानों के लिए पहचाने जाने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू ने यूपी के विधान सभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का चुनाव जीतने के लिए भाजपा राज्य में सांप्रदायिक दंगे कराएगी। इसके लिए काशी-मथुरा मस्जिद भी गिराई जा सकती है। उनका इशारा ज्ञानव्यापी मस्जिद की और था।
उन्होने अपनी फेसबूक पोस्ट में लिखा,”अभी तो यह झाँकी है, काशी मथुरा बाकी है। जो लोग चिल्ला रहे हैं कि बीजेपी की लोकप्रियता घट रही है, वह भूल गए हैं कि उत्तर प्रदेश का चुनाव हनोज दूर अस्त। यानी चुनाव अभी दूर है।” उन्होंने आगे लिखा कि चुनाव से कुछ समय पहले सुनियोजित ढंग से व्यापक सांप्रदायिक दंगे करवाए जाएँगे (संभवतः काशी और मथुरा मस्जिद गिरवाकर), जिससे हमारी मूर्ख जनता जिनके खोपड़े में सांप्रदायिकता का गोबर भरा है, उत्तेजित हो जाएगी और भड़भड़ा कर बीजेपी को वोट दे देगी।
जस्टिस काटजू ने ये भी कहा कि गिरती लोकप्रियता के मद्देनजर 2019 के लोकसभा चुनाव के पूर्व बालाकोट पर हमला ऐसा कदम था जिसके बाद नागरिकों ने खूब तालियां बजाई थीं। उन्होंने कहा- भारत के अधिकांश हिंदु सांप्रदायिक हैं अधिकांश मुस्लिम भी, सांप्रदायिक भावनाएं आसानी से भड़काई जा सकती हैं और चुनाव जब निकट होगा ऐसा जरूर होगा।
अपने बयानों को लेकर काटजू अक्सर सुर्खियों में रहते है। 2015 में, काटजू ने एक सेमिनार में कहा था कि “90 प्रतिशत भारतीय मूर्ख हैं जिन्हें धर्म के नाम पर आसानी से गुमराह किया जाता है”। वहीं महंगाई को लेकर एक बार उन्होने लोगों को गाय का गौबर खाने और गौमूत्र तक पीने की सलाह दे डाली थी।
I afraid how a retired supreme court judge speculate all these nonsense.Such kind of write up by so called & self proclaimed intellectuals ignite communal disharmony in the society & at the end they levelled it to some political party.
More over in recent past one can quitely observe many retired judges are making many political statements.
He is right…