बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री जूही चावला ने भारत में 5जी वायरलेस नेटवर्क लगाए जाने के खिलाफ सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर पर्यावरण का मुद्दा उठाया। अपनी याचिका में उन्होने दावा किया है कि 5 जी वायरलेस नेटवर्क से मानव के अलावा पशुओं, वनस्पतियों और जीवों पर भी रेडिएशन का कुप्रभाव पड़ रहा है।
जूही चावला की ओर से दाखिल इस याचिका में मांग की गई है कि 5G टेक्नोलॉजी को लागू किये जाने से पहले इससे जुड़े तमाम तरह के अध्ययनों पर बारीकी से गौर किया जाए और फिर उसके बाद ही इस टेक्नोलॉजी को भारत में लागू करने के बारे में विचार किया जाए। जूही चावला ने कहा कि यदि दूरसंचार उद्योग की योजनाएं पूरी होती हैं तो पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति, कोई जानवर, कोई पक्षी, कोई कीट और कोई भी पौधा इसके प्रभाव से नहीं बच सकेगा।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मामला सुनवाई के लिए न्यायमूर्ति सी हरिशंकर के पास आया लेकिन उन्होने इस याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग करते हुए मामले को दूसरी बेंच के समक्ष स्थानांतरित कर दिया। इस मामले पर 2 जून को सुनवाई होगी।
Actress-environmentalist Juhi Chawla moves Delhi HC against implementation of 5G wireless network, raising health issues for citizens
— Press Trust of India (@PTI_News) May 31, 2021
वहीं जूही चावला के प्रवक्ता ने एक आधिकारिक बयान में कि भारत में 5G टेक्नोलॉजी को लागू किये जाने से पहले RF रेडिएशन से मानव जाति, महिला, पुरुषों, व्यस्कों, बच्चों, शिशुओं, जानवरों, जीव-जंतुओं, वनस्पतियों और पर्यावरण पर पड़नेवाले प्रभावों को लेकर अच्छे से अध्ययन किया जाए और इससे संबंधित किये गये अथवा किये जानेवाले तमाम रिपोर्ट्स को सार्वजनिक किया जाए।
प्रवक्ता का कहना है कि इस तरह के अध्ययन से स्पष्ट किया जाना जरूरी है कि क्या 5G टेक्नोलॉजी भारत की मौजूदा और आनेवाली पीढ़ी के लिए सुरक्षित या नहीं और इसके बाद ही इसे लागू करने को लेकर विचार किया जाए।
5G shpuld be banned