जामिया की रिसर्च स्कॉलर रुबीना को मिली प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप (PMRF)

जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के लिए ये क्षण बेहद हो गौरव का है। दरअसल उनकी एक छात्रा का चयन प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप (PMRF) में हुआ है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की पीएचडी रिसर्च स्कॉलर रुबीना को मई-2021 ड्राइव में डायरेक्ट एंट्री श्रेणी के तहत प्रतिष्ठित प्रधान मंत्री रिसर्च फेलोशिप (पीएमआरएफ) के लिए चुना गया।

जामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने सबसे पहले इस फेलोशिप में चयन को लेकर छात्रा को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि वह गुणवत्तापूर्ण शोध परिणाम के साथ फेलोशिप को उचित सिद्ध करेंगी। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. मुन्ना खान ने बताया कि रुबीना को अपने शोध के लिए पहले दो वर्षों के लिए 70,000 रुपये, तीसरे वर्ष के लिए 75,000 रुपये, चौथे और 5वें वर्ष के लिए क्रमशः 80,000 रुपये की मासिक फेलोशिप प्राप्त होगी।

बता दें कि  इस योजना के तहत शोधार्थी प्रति वर्ष 2 लाख रुपये (पांच साल के लिए 10 लाख रुपये) के शोध अनुदान के लिए भी पात्र है। रुबीना का शोध “डेवलपमेंट ऑफ़ स्मार्ट कैपेसिटी सेन्सर्स फॉर कंडीशन मोनिटरिंग ऑफ़ इलेक्ट्रिकल एपारेटस इन स्मार्ट ग्रिड्स” पर है।

रुबीना, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, जामिया में प्रो. तारिकुल इस्लाम के निर्देशन में पीएचडी कर रही हैं। वह “डिजाइन मॉडलिंग एंड फेब्रिकेशन ऑफ़ हाई परफॉरमेंस कैपेसिटिव सेंसर फॉर नॉन कांटेक्ट मेज़रमेंट ऑफ़ सम इम्पोर्टेन्ट पैरामीटर्स इन स्मार्ट ग्रिड” पर काम करेंगी। स्मार्ट ग्रिड के लिए सेंसरों को विद्युत इलेक्ट्रो मैग्नेटिक नॉइज़ इंटरफ़ेस के साथ हाई टेम्परेचर कोरोसिव एनवायरनमेंट जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। अनुसंधान कार्य नॉवेल कैपेसिटिव सेंसर के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा जोकि लागत प्रभावी होगा, स्थापित करने में आसान और एप्लिकेशन की जरूरतों को पूरा करेगा।

कैपेसिटिव सेंसर व्यापक रूप से सेंसिंग अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किए जाते हैं लेकिन ज्यादातर समानांतर प्लेट और नैनोस्ट्रक्चर सेंसिंग फिल्मों के साथ प्लेनर इंटर-डिजिटल कैपेसिटिव सेंसर होते हैं। यद्यपि नैनोस्ट्रक्चर सामग्री आजकल व्यापक रूप से संवेदन अनुप्रयोगों के लिए उपयोग की जाती है और नैनो-सामग्री की स्थिरता वास्तविक समय के अनुप्रयोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।

रुबीना ने पीएमआरएफ योजना के समन्वयक प्रो. ए.क्यू. अंसारी और विश्वविद्यालय के अन्य सभी लोगों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए उनके आवेदन की सराहना की।

इस आकर्षक फेलोशिप योजना की मुख्य प्रेरणा अनुसंधान में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को आकर्षित करना है जिससे नवाचार के माध्यम से विकास की दृष्टि को साकार किया जा सके। इस योजना की घोषणा बजट 2018-19 में की गई थी।

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