जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र और पूर्व छात्रों ने मिलकर एक नया एडटेक स्टार्टअप शुरू किया। जिसने कुछ ही दिनों में कामयाबी का आसामना छु लिया। इन लोगों ने भारतीय-अमेरिकी एंजेल इन्वेस्टर, परवेज जसानी (सीईओ, जूली वेंचर इंक) और फ्रीफ्लो वेंचर बिल्डर्स से प्री-सीड राउंड में $150,000 USD का निवेश जुटाया।
शिक्षार्थियों और शिक्षकों को जोड़ने के लिए इन लोगों ने 2019 में गुरुकूल एक शैक्षिक नेटवर्किंग प्लेटफ़ॉर्म बनाया था। जो फ़िजिटलस्कूलों और कॉलेजों के शिक्षकों को ऑनलाइन जाने और अपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करने के लिए सशक्त बनाता है। इसके साथ शिक्षार्थियों को खोजने, उनसे जुड़ने और सीखने में सक्षम बनाता है।
जामिया में मनोविज्ञान के छात्र गुरुकूल के संस्थापक और सीईओ, आदिल मेराज ने बताया कि “हम अपने रणनीतिक निवेशकों के साथ अपनी यात्रा शुरू करने के लिए उत्साहित हैं, जो हमारी दृष्टि में विश्वास करते हैं और हमारे पारिस्थितिकी तंत्र की गहरी समझ रखते हैं। डिजिटल रूप से, सीखना और सामाजिककरण अलग-अलग धाराओं के रूप में उभरा है जिसके परिणामस्वरूप शैक्षिक उपकरण, सामग्री, शिक्षार्थी और शिक्षक विशिष्ट डोमेन में बिखरे हुए हैं।
एक शैक्षिक नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म होने के नाते गुरुकूल एक ही समय में प्रकाशक, शिक्षण मंच, मार्केटप्लेस और एग्रीगेटर बनने में सक्षम बनाता है। गुरुकूल ने डिजिटल डिवाइड को पाट दिया है और सभी हितधारकों को एक भौतिक दुनिया में साथ लाया है।”
इसके अलावा गुरुकूल ने ‘पढाई इंडिया टूल’ लॉन्च करने की योजना भी बनाई है। हाल ही में इसे पायलटिंग के लिए उच्च शिक्षा, बिहार सरकार की द्वारा अनुमोदित किया गया है। सर्वोत्तम ओपन सोर्स और शिक्षकों से सर्वश्रेष्ठ सामग्री को एक साथ लाते हुए, पढाई इंडिया में 8 क्षेत्रीय भाषाओं में 3000+ क्यूरेटेड पाठ्यक्रम हैं। इसमें K-12, प्रतियोगी परीक्षाओं और स्किल इंडिया के लिए लाइव क्लासेस, अध्ययन सामग्री, टेस्ट सीरीज़ और प्रश्नावली भी हैं।
जामिया में बी.टेक अंतिम वर्ष की छात्रा और सह-संस्थापक और सीओओ- खानसा फहद ने कहा, “हमारी कहानी सफलता की कहानी नहीं है। हमारी कहानी संघर्ष, अस्तित्व और धैर्य की कहानी है। हमारी कहानी एक अधूरे सपने की कहानी है और अधिक से अधिक सीखने तथा सहानुभूतिपूर्ण दुनिया बनाने का एक अटूट विश्वास है!”