जामिया मिल्लिया का प्रोजेक्ट ‘श्रीमती’ बना अमेरिका की वैश्विक प्रतिस्पर्धा का विजेता

नई दिल्ली. जामिया मिल्लिया इस्लामिया का प्रोजेक्ट ‘श्रीमती’ यूएसए पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. ‘द ग्रेटेस्ट इंपेक्ट ऑन रेड्यूसिंग द एड्वर्स इफेक्ट्स ऑन क्लाइमेट’ प्रतिस्पर्धा में प्रोजेक्ट ‘श्रीमती’ विजेता रही. परियोजना श्रीमती का उद्देश्य पर्यावरण के अनुकूल, बायोडिग्रेडेबल और रियूजेबल सैनिटरी पैड बनाने के सिद्धांतों पर काम करना है. इसके साथ ही एक समुदाय-आधारित संगठन के सहयोग से नई दिल्ली में महिला समुदाय को एक स्थिर आय स्रोत प्रदान करना भी इसका उद्देश्य है.

परियोजना श्रीमती ने 2750 महिलाओं और लड़कियों को रियूजेबल श्रीमती पैड इस्तेमाल करने के लिए सफलतापूर्वक प्रेरित किया है. इस प्रकार 14.575 मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम किया है, जिससे कार्बन फुटप्रिंट कम हुआ है. अपनी नवीनतम उपलब्धि में, परियोजना श्रीमती ने दक्षिण भारत में भी अपना विस्तार किया है, क्योंकि परियोजना की एक नई उत्पादन इकाई गोवा में एक्सजोरा समूह और ईथरनेट एक्सप्रेस के सहयोग से विकास कर रही है, दोनों ने श्रीमती में विश्वास किया और इस पहल का पुरजोर समर्थन किया.

जामिया की यह परियोजना महिलाओं को मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ आत्मनिर्भरता का भी अवसर देती है. ‘ग्लोबल रेस फॉर क्लाइमेट एक्शन इम्पैक्ट, 2022 एनेक्टस विश्व कप’ में 90 प्रविष्टियों और 16 देशों केलगभग 60 प्रख्यात विषय विशेषज्ञों, एनेक्टस एलुमनाई और स्पोंसर एम्प्लॉई के एक स्वतंत्र निर्णायक पैनल ने, प्रोजेक्ट श्रीमती की इनोवेशन के रूप में प्रशंसा की, जिसका क्लाइमेट एक्शन पर गम्भीर प्रभाव देखा गया है.

‘द एनेक्टस रेस टू क्लाइमेट एक्शन’ एक प्रतियोगिता है जिसका उद्देश्य एनेक्टस टीमों और उनकी परियोजनाओं को प्रोत्साहित करना है जो जलवायु संकट के प्रति जागरूकता प्रसार और संभावित रूप से उसे हल करने की दिशा में काम कर रही हैं.

इस साल जून में, एनेक्टस जामिया शीर्ष पांच ग्लोबल फाइनलिस्ट के रूप में चुनी गई और अब वस्तुत जामिया के 4 छात्रों, गौरव चक्रवर्ती (अर्थशास्त्र विभाग), मनाल सिद्दीकी (रसायन विज्ञान विभाग), महम कमल (अंग्रेजी विभाग) और इजीन फातिमा (मनोविज्ञान विभाग) द्वारा 31 अक्टूबर से 3 नवंबर तक अमेरिका के प्यूटरे रिको में आयोजित इनेक्टस विश्व कप में प्रतिनिधित्व किया गया था. अपने संबंधित प्रोजेक्ट स्केलिंग के लिए, विजेता टीम को उनकी पुरस्कार राशि के रूप में आकर्षक राशि प्राप्त हुई है.

जामिया का कहना है कि डॉ रिहान खान सूरी के मार्गदर्शन में 2015 में स्थापित और प्रो अरशद नूर सिद्दीकी द्वारा विकसित, एनेक्टस जामिया व्यवसाय-उन्मुख और पर्यावरण के प्रति जागरूक परियोजनाओं की एक श्रृंखला के माध्यम से वंचित लोगों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने में सफल रही है. जामिया के मूल्यों से प्रेरित, यह अपने हर कदम से एक बेहतर और सु²ढ भारत की दिशा में प्रयासरत है.

साभार: आवाज द वॉइस

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