उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक हिंदू महिला, जिसकी शिकायत पर एक मुस्लिम व्यक्ति पर बलात्कार के आरोप में मामला दर्ज किया गया था, ने अपना बयान बदल दिया है। उसने कहा कि उसे दो लोगों ने “लव जिहाद” मामले में मुस्लिम व्यक्ति को फंसाने के लिए उसे पैसे दिये थे।
माना जाता है कि महिला राधा ने आरोपी प्रिंस कुरैशी के खिलाफ अपने आरोपों को वापस ले लिया, क्योंकि उसे अदालत ने कहा था कि उसे एक मेडिकल जांच से गुजरना होगा और अगर उसकी शिकायत झूठी पाई गई तो उसे जेल जाना पड़ सकता है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में ये जानकारी दी।
अमन चौहान और आकाश सोलंकी ने कुरैशी के खिलाफ झूठे बयान देने के लिए उसे काम पर रखा था। चौहान ने फेसबुक पर अपना परिचय भाजपा युवा विंग के जिलाध्यक्ष के रूप में दिया है। राधा के साथ दोनों पर आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया है। दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन जमानत पर रिहा कर दिया गया।
इससे पहले, चौहान और सोलंकी ने हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों के 200 से अधिक कार्यकर्ताओं के साथ कुरैशी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर गंजडुंडवारा पुलिस थाने में धरना दिया था।