सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (CMIE) ने देश भर के बेरोजगारी से जुड़े आकडे जारी कर दिये है। जिसमे हरियाणा को पहला स्थान मिला है। सीएमआईई के आकड़ों के अनुसार राज्यों में बेरोजगारी दर सबसे अधिक हरियाणा में 34.1 प्रतिशत है।
वहीं देश भर की बात करे तो दिसंबर 2021 में यह बढ़ कर पांच महीने के उच्चस्तर 7.91 प्रतिशत पर पहुंच गई। इससे पजले नवंबर महीने में यह सात फीसदी थी। वहीं बेरोजगारी का यह आंकड़ा अगस्त 2021 में सर्वाधिक रहा। उस महीने बेरोजगारी दर 8.3 फीसदी थी।
इसी बीच हरियाणा लोक सेवा आयोग ने सोमवार को भी कृषि विभाग में एडीओ और एसडीएओ के 526 पदों को ही वापस ले लिया। जिससे युवाओं में खट्टर सरकार के खिलाफ काफी रोष है।
हरियाणा में पेपर लीक,उत्तर पुस्तिका पहले आ जाना, नौकरी के लिए पहले रिश्वत जैसी समस्याओं के कारण पहले ही युवाओं में गुस्सा है। वहीं खट्टर सरकार युवाओं को रोजगार देने के बजाय युवाओं को फिजूल के मुद्दों में उलझा कर भ्र्मित कर रही है।
इससे पहले हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) में एक-एक कर भर्तियों को स्थगित कर चुका है। जिसमे ग्राम सचिव, पटवारी और कैनाल पटवारी की परीक्षा शामिल है। पिछले माह भी वेटेनरी सर्जन के 340 पदों की भर्ती वापस ली गई थी। डेंटल सर्जन और एचसीएस की प्रारंभिक परीक्षा में फर्जीवाड़े ने भी सरकार की पोल खोल कर रख दी।