हिन्दू-मुस्लिमों के बीच जारी तनाव में यूपी के बागपत के रहने वाले हाजी यासीन किसी फरिश्ते से कम नहीं है। उन्होने अपनी 112 गज जमीन मंदिर बनाने के लिए दान कर दी।
जानकारी के अनुसार, नगर के पुराना कस्बा निवासी हाजी यासीन ने मेरठ रोड पर वर्ष 1997 में सिटी प्लाजा नाम की कालोनी बनाई थी। इसमें आवासीय प्लाट बेचे गए थे। ये सभी प्लॉट हिंदुओं ने खरीदे थे। वही आसपास पूरे इलाके में कोई मंदिर भी नहीं था। जिसके कारण हिन्दू समुदाय के लोगों को भी काफी परेशानी होती थी। ऐसे में हिंदू मुस्लिम एकता और आपसी सौहार्द बनाने के लिए मुस्लिम ने अपनी जमीन हिंदुओं को दान कर दी जिस पर हिंदुओं ने भगवान आशुतोष के मंदिर का निर्माण कराया।
हाजी यासीन का कहना है कि समाज से नकारात्मक सोच को मिटाना होगा। नफरत से यह संसार नही चल सकता। आज भी देश में अनेकों लोगों के पास खाने के लिये भोजन और रहने के लिये छत आदि नही है। कहा कि हमें ऐसे लोगों की मद्द करनी चाहिये। कोई मुसीबत में हो तो हमें उसकी सहायता करनी चाहिये। सभी लोग अपने-अपने धर्मों का सही से पालन करें और साथ ही साथ इंसानियत के धर्म का पालन करने में सबसे आगे रहें। देशधर्म से बढ़कर कुछ भी नहीं है।
उन्होने कहा कि मेरा देश के लिये तन-मन-धन सब कुछ अर्पित है। उन्होंने धर्म के नाम पर लोगों को लड़ने-लड़ाने के लिए उकसाने वाले तत्वों से दूर रहने की अपील की। कहा कि किसी व्यक्ति से धर्म, जाति आदि के आधार पर भेदभाव नही करना चाहिये। हम सब एक है। हमें देश के लिये कार्य करने है और देश के लिये जीना है। उन्होंने लोगों से भाईचारा बनाये रखने की अपील की। कहा कि हम एक है और एक ही रहेंगें। संसार की कोई ताकत हमारे भाईचारे को मिटा नही सकती।
वहीं कालोनी निवासी विक्की चौधरी का कहना है कि हाजी यासीन प्रशंसा के पात्र हैं। हाजी यासीन ने कहा कि ईश्वर-अल्लाह एक है। सभी धर्मों के लोगों को अपने तरीके से अराधना करने का हक है। कालोनी के लोगों को जमीन की जरूरत थी। इसी कारण उन्होंने अपनी 112 गज जमीन मंदिर के लिए दी थी।