केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद पत्रकारिता का स्तर बेहद ही गिर गया है। सत्ता पक्ष के लिए विपक्ष को बदनाम करना पत्रकारिता का चलन हो गया है। झूठे और भ्रामक दावे कर पहले पत्रकार बदनाम है। ऐसे में आम लोगों का अब पत्रकारों पर से ही विश्वास उठने लगा है। इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख डॉ फारूक अब्दुल्ला और एक पत्रकार के बीच बहस का विडियो वायरल हो रहा है। जिसमे वह उसे सांप्रदायिक बता रहे है।
दरअसल, उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में शुक्रवार को आतं’कवादियों ने दो पुलिसकर्मियों की ह’त्या कर दी थी। इस पर एक पत्रकार ने इस बहाने डॉ फारूक अब्दुल्ला को घेरने की कोशिश की। उसने सवाल किया कि इन ह’त्याओं के बाद क्या वह अब भी पाकिस्तान के साथ बातचीत पर जोर देते हैं, इस पर अब्दुल्ला ने जवाब दिया, ‘‘आपको बात करनी होगी। (आ’तंकवाद को खत्म करने के लिए) कोई रास्ता नहीं है ।”
Farooq Abdullah calls a journalist communal to his face.
The ungrateful journalist didn't even thank him.pic.twitter.com/1hPowF5Luh
— Yanger Longkumer (@YangerINC) December 11, 2021
उन्होने ये भी कहा कि ‘‘आप चीन से बात कर सकते हैं। आप इसके बारे में क्या कहते हैं? चीन आ रहा है और हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर रहा है। वे उस इलाके में अपने घर बना रहे हैं। भारत सरकार को यह समझने के लिए संसद में चर्चा की अनुमति देनी चाहिए कि चीनी क्या कर रहे हैं।’’ जिस पर पत्रकार ने फारूक अब्दुल्ला पर पाकिस्तानी आतं’कवादियों को ‘क्लीन चिट’ देने का आरोप लगा दिया।
ये सुनकर फारूक अब्दुल्ला भड़क उठे। अब्दुल्ला ने कहा कि ‘‘आपने मुझे पहले भी बदनाम किया है, मांफी मांगता हूं आपसे कहने के लिए। मैंने आपको बतया था कि मैं आपसे कभी बात नहीं करुंगा। आप पत्रकार नहीं हैं, आपका रवैया सांप्रदायिक है।’’