“मोदी देश के लिए 200 टन सोना यूएई से खरीद रहे है” एक Facebook पोस्ट पर मै यह पढ़कर सन्न रह गया, इतना बड़ा काम हो रहा था और हम को पता ही नहीं?
प्रोपेगंडा कैसे काम करता है झूठ कैसे फैलाया जाता है इसका बहुत अच्छा उदाहरण है यह पोस्ट !……
इस पोस्ट में लिखा है कि मोदी 200 टन सोना खुलेआम सस्ती किमत पर देश के लिए खरीद रहे हैं जबकि मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री रहते हुए 47 टन सोना गिरवी रख दिया था
इस बात को लेकर पांच छह पैरा की लंबी पोस्ट लिखी गई है जिसमे मनमोहन सिंह की कड़ी मजम्मत की गई है और मोदी को उनसे कहीं ज्यादा महान बताया गया है
यह पोस्ट पढ़कर हमने 200 टन सोना खरीदने की खबर की असलियत जानने का निश्चय किया….. खबर अमर उजाला में थी हेडलाइन थी “India-UAE Gold Deal: भारत यूएई से रियायती दर पर खरीदेगा 200 टन सोना, ये है कारण”
जब आप अंदर की खबर जानेंगे तो आप आश्चर्य चकित रह जाएंगे…….
दरअसल पीयूष गोयल गुजरात की गिफ्ट सिटी का दौरा कर रहे थे वहा उन्होंने एक घोषणा की कि “फरवरी 2022 में हस्ताक्षरित व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) के तहत, भारत ने संयुक्त अरब अमीरात से 200 टन इनबाउंड शिपमेंट तक सोने के आयात के लिए एक प्रतिशत शुल्क रियायत की अनुमति दी है।
दरअसल गिफ्ट सिटी को सोना आयात करने की एक एजेंसी के रुप मे नॉमिनेट किया गया है
आगे खबर में कहा गया है कि अधिकारियों के बातचीत में कहा कहा कि आयातित सोना गिफ्ट सिटी से देश के अन्य हिस्सों में वितरित किया जाएगा। “यह रत्न और आभूषण क्षेत्र के सामने बिचौलियों की एक बड़ी समस्या को हल करता है। इन बिचौलियों की वजह से सोना खरीदना महंगा हुआ करता था। आज के फैसले से हमने उनकी समस्या का भी समाधान कर दिया है।”
यानि देश के ज्वेलर्स जो सोना विदेश से मंगाते है उसी संदर्भ में ये खबर है उसमें भी सिर्फ एक प्रतिशत की छूट दी गई है और एक लिमिट सेट की गई है 200 टन की खरीद तक ही लागू होगी बस इतनी सी बात है
इस खबर को उस Facebook पोस्ट में ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे भारत की सरकार 200 टन सोने को सस्ती दर से खरीद कर अपने खजाने में जमा कर देश का गोल्ड रिजर्व बढ़ा रही है
यानि कल को आप कोई मशीनरी या गुड्स आयात करे तो उसे भी मोदी सरकार अपनी उपलब्धि में जोड़कर दिखा सकती है।
(यह लेख गिरीश मालवीय की फेसबुक वॉल से साभार लिया गया है)