कथित धर्मांतरण के आरोपों को लेकर गिरफ्तार किए गए डॉ. उमर गौतम की बेटी ने अपने पिता की गिरफ्तारी के बाद के हालात बयान करते हुए कहा कि उनका परिवार बिलकुल अलग पड़ गया है और उनका अब कोई साथ देने वाला नहीं है। उन्होने कहा कि ये लड़ाई वह अकेले ही लड़ रहे है। कोई संगठन उनके पिता की आजादी के लिए आवाज नहीं उठा रहा।
एक इंटरव्यू में उन्होने कहा कि मामले को फाईलों में दबा दिया गया है, अभी सुनवाई भी शुरू नहीं हुई है, और कोई उम्मीद भी नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी माँ की हिम्मत टूट रही है। भाई की अवैध गिरफ्तारी ने हमें तोड़ दिया है। हमारा मक़सद अपने निर्दोष पिता भाई को अदालत में निर्दोस साबित कराना है।
पिता पर लगे आरोपो पर उन्होने कहा, सभी आरोप झूठे है। हमे प्रताड़ित किया जा रहा है। उनके साथ जेल में दूर्यव्य्व्हार किया जा रहा है। उनके परिवार की छवि भी खराब हो रही है। उनके परिवार को कलंकित कर दिया गया। बिना किसी सबूतों के मीडिया ट्राइल किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि धर्मांतरण करने वालों को उनके पिता कानूनी रूप से सहायता प्रदान करते आए है। उन्होंने बताया कि उनके पिता के खिलाफ गुजरात, फतेहपुर, दिल्ली और लखनऊ में चार जगह मामले दर्ज हैं।
उन्होंने कहा, ”नहीं, दढियाल या नन्हाल, कोई हमारा नहीं है।” हम अकेले हैं, मेरी माँ और मेरे भाई का ही सहारा है। उन्होंने बताया कि मेरी माँ की तबीयत बिगड़ रही है, मेरे भाई की नौकरी, भविष्य, करियर, मान-सम्मान सब चला गया, कोई हमारे साथ में नहीं है, संगठन चुप हैं।