देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले दिनों 11 नवम्बर को कर्नाटक के देवनहल्ली में एक रैली को सम्बोधित करने गए थे।
जहां पर भीड़ जुटाने के लिए बीजेपी नेताओं ने मजदूरों से 500 रूपये दिहाड़ी तय कर रैली में शामिल कराया था। रैली के बाद उन्हें वादा किये गए रूपये नहीं दिए गए।
कर्नाटक के चिकबल्लापुर के 40 से अधिक मजदूरों ने आरोप लगाया है कि 11 नवम्बर को देवनहल्ली में हुई पीएम मोदी की रैली में शामिल होने के लिए उनसे बीजेपी नेताओं और समर्थकों द्वारा उन्हें 500 रूपये देने का वादा किया गया था।
लेकिन रैली के बाद उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें 100 रूपये दिया गया जिसे मजदूरों ने इंकार कर दिया था।
अब सोशल मीडिया पर भाजपा नेताओं द्वारा मजदूरों के साथ की गई इस हड़कत पर लोग जमकर पीएम मोदी पर निशाना साध रहे हैं।
लोग ट्वीट कर लिख रहे हैं- “प्रधानमंत्री की रैली में भीड़ दिखाने के लिए मजदूर बुलाए गए। 500 रु दिहाड़ी की बात हुई, मिले सिर्फ 100 रुपए। मजदूरों ने केस दर्ज कराया है।
भाजपा पहले जनता को खरीदती है, फिर भी हार जाए तो विधायक या विधानसभा ही खरीद लेती है। इतना सब खरीदने के पैसे कहां से आते हैं?”
प्रधानमंत्री की रैली में भीड़ दिखाने के लिए मजदूर बुलाए गए। 500 रु दिहाड़ी की बात हुई, मिले सिर्फ 100 रुपए।
मजदूरों ने केस दर्ज कराया है।
भाजपा पहले जनता को खरीदती है, फिर भी हार जाए तो विधायक या विधानसभा ही खरीद लेती है। इतना सब खरीदने के पैसे कहां से आते हैं? https://t.co/YcWymAVKUp
— Krishna Kant (@kkjourno) November 13, 2022
वहीं मजदूरों के एक नेता ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पीएम मोदी की रैली में जाने के लिए बीजेपी नेताओं ने उन्हें एक दिन की दिहाड़ी कमाई देने का वादा किया था, जिसे रैली समाप्त होने के बाद पूरा नहीं किया गया।
साभार: बोलता हिदुस्तान