केरल के पलक्कड़ में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के एक कार्यकर्ता की ह’त्या के बाद, शनिवार, 16 अप्रैल को दिनदहाड़े एक राष्ट्रीय स्वयंसेवक (आरएसएस) कार्यकर्ता की ह’त्या कर दी गई। यह घटना शुक्रवार को ह’त्या के प्रतिशोध में हुई।
आरएसएस के पूर्व शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षक श्रीनिवासन की तीन बाइक पर सवार ह’मलावरों के एक समूह ने ह’त्या कर दी। उन्होंने उसकी दुकान के अंदर ही उसकी ह’त्या कर दी। उसे अस्पताल ले जाने के बावजूद रास्ते में ही उसकी मौ’त हो गई।
भाजपा के राज्य नेता कृष्णकुमार ने आरोप लगाया कि हमले के पीछे एसडीपीआई का हाथ है। उन्होंने कहा कि एसडीपीआई कार्यकर्ता सुबैर की ह’त्या की पुलिस द्वारा राजनीतिक ह’त्या के रूप में पुष्टि नहीं की गई थी, और फिर भी, एसडीपीआई हिंसक रुख अपना रहा। मैंने आरोप लगाया है कि इसी के कारण ह’त्या हुई है।
इस बीच विधायक शफी परम्बिल ने कहा कि पलक्कड़ में शांति भंग करने की कोशिश के लिए ये दोनों समूह जिम्मेदार नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में हिंसा भड़काने के लिए एक केंद्रित प्रयास किया जा रहा है।
आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के एक कार्यकर्ता की ह’त्या के एक दिन बाद हुई। पीड़ित जुबैर पॉपुलर फ्रंट के क्षेत्र सचिव भी थे। शुक्रवार, 15 अप्रैल को केरल के पलक्कड़ जिले में पांच लोगों ने कथित तौर पर उनकी ह’त्या कर दी थी।
एसडीपीआई का कार्यकर्ता तड़के करीब 1.30 बजे एक मस्जिद से लौट रहा था कि तभी पीछे से एक कार ने उनके वाहन को टक्कर मार दी। यात्री कार से नीचे उतरे और कथित तौर पर उसकी चाकू मारकर ह’त्या कर दी।
एसडीपीआई ने आरोप लगाया कि हमले के पीछे आरएसएस का हाथ है। हालांकि, भाजपा पलक्कड़ के जिला अध्यक्ष केएम हरिदास ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि “इस घटना में न तो पार्टी और न ही कोई कार्यकर्ता शामिल था।”