टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए जेवलीन थ्रो में गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा पर ईनामों की बारिश होना शुरू हो गई है। उन्होने 121 साल बाद एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होने फाइनल में 87.58 मीटर भाला फेंककर भारत के लिए ये खिताब हासिल किया है। इसके साथ ही वह व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी और पहले एथलीट भी बन गए हैं।
नीरज चोपड़ा की इस कामयाबी से सभी देशवासी खुश है। देशवासियों ने उनके भारत लौटने से पहले ही उन पर करोड़ो रुपए के ईनामों की बारिश कर दी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य सरकार की तरफ से 6 करोड़ रुपये देने के ऐलान के साथ क्लास-1 की नौकरी देने की भी घोषणा की है।
इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चोपड़ा के लिए 2 करोड़ रुपये के नकद इनाम, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने 1 करोड़ रुपये का इनाम, भारत भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 1 करोड़ रुपए के नकद इनाम, आईपीएल की चेन्नई सुपर किंग्स ने 1 करोड़ रुपये के इनाम, भारतीय एयरलाइन इंडिगो ने एक वर्ष की अवधि के लिए असीमित मुफ्त यात्रा, जनेसमैन आनंद महिंद्रा की ओर से एसयूवी XUV700, गुरुग्राम स्थित रियल्टी फर्म एलन ग्रुप के चेयरमैन राकेश कपूर ने 25 लाख रुपये के नकद पुरस्कार, एडटेक कंपनी बायजूज ने भारत के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को 2 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार देने की घोषणा की।
वहीं नीरज सिंह ने भी अपनी इस कामयाबी को दिवंगत एथलीट मिल्खा सिंह को समर्पित की है। उन्होने बताया, उन्होंने कहा कि मुझे पता था कि आज मैं अपना बेस्ट दूंगा, लेकिन गोल्ड मेडल के बारे में नहीं सोचा था। नीरज ने कहा कि मैंने मिल्खा सिंह जी के काफी वीडियो देखे हैं कि कैसे वो वह चाहते थे कि हमारे देश का कोई व्यक्ति ओलंपिक में जाए और वह करे जो मैं करने से चूक गया था। जैसे ही मैं टोक्यो में जीता और पोडियम पर खड़े होने के वक्त राष्ट्रगान बजाया गया, तो मुझे उनकी यह इच्छा याद आ गई। यह दुख की बात है कि वह अब हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन उनका सपना पूरा हो गया है। यहां तक कि पीटी उषा मैम भी एक पदक से चूक गई थी। लेकिन वो भी अब खुश होंगी।
उन्होने आगे कहा, मैं अभी अपनी जीत का जश्न मनाना चाहता हूं, अपने घर जाना चाहता हूं और अगर मैं ठीक से प्रशिक्षण लेता हूं, तो इस साल एक और प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकता हूं और फिर राष्ट्रमंडल, एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप पर ध्यान केंद्रित कर सकता हूं। इस दौरान उन्होने अपनी बायोपिक बनाने से भी इंकार कर दिया।