फुटबॉल प्लेयर क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) की दुनिया दीवानी है। फुटबाल गेम के वह इकलौते बेताज बादशाह है। मानवाधिकारों के समर्थन को लेकर भी रोनाल्डो दुनिया में अलग ही पहचान रखते है। हाल ही में उनकी एक नाराजगी से कोका कोला कंपनी के 30 हजार करोड़ रुपए डूब गए। उनका ये कारनामा अब लोगों की जुबान पर है। दुनिया में भर उनकी प्रशंसा की जा रही है।
दरअसल, हंगरी के खिलाफ पुर्तगाल टीम के यूरो 2020 के मैच पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रोनाल्डो ने कोका कोला (Coca-Cola) की बोतलों को अपने सामने से हटा दिया। कंपनी ने इन बोतलों को अपने प्रचार के लिए रखा था। लेकिन जैसे ही रोनाल्डों की नजर कोका कोला (Coca-Cola) की बोतलों पर पड़ी उन्होने न केवल इन बोतलों को हटाया बल्कि पानी की बोतल लेकर लोगों से सॉफ्ट ड्रिंक पीने के बजाय पानी पीने की अपील कर दी।
'Drink water'
Cristiano Ronaldo removes Coca-Cola bottles at start of #Euro2020 press conference pic.twitter.com/2eBujl9vzk
— Guardian sport (@guardian_sport) June 15, 2021
इस प्रेस कांफ्रेंस के बाद कोका कोला कंपनी के शेयर धड़ाम हो गए। कंपनी को एक ही झटके में 29,300 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया। यूरोप में दोपहर 3 बजे मार्केट खुलने पर कोका कोला के शेयर का रेट 56.10 डॉलर था। लेकिन प्रेस कांफ्रेस के बाद कोका कोला का शेयर गिरते हुए 55.22 डॉलर पर पहुंच गया।
बता दें कि कोका कोला UEFA यूरो कप 2020 का ऑफिशियल स्पॉन्सर है। वह खिलाड़ियों को प्रेस कॉन्फ्रेंस और मैच के दौरान ड्रिंक पीने के लिए देती है। ताकि उसके उत्पादों का प्रचार होता रहे। इस मामले के सामने आने के बाद कोका कोला ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रेस कॉन्फ्रेंस या मैच के दौरान हर तरह की ड्रिंक दी जाती है, अब ये उनपर निर्भर करता है कि वो क्या लेना पसंद करते हैं, ये हर किसी की च्वाइस है।