राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को एक कार्यक्रम में भगवा संगठनो की पॉलिसी से हटकर बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा कि जो लोग मुसलमानों को कहते है कि वे भारत में नहीं रह सकते, वे हिन्दू नहीं है। उन्होने ये भी कहा कि मॉब लिंचिं’ग में शामिल लोग हिंदुत्व के खिलाफ हैं। उन्होने भारत में रहने वाले सभी लोगों का डीएनए भी एक बताया।
मोहन भागवत के इस बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पलटवार किया है। उन्होने कहा कि भागवत को सबसे पहले अपने शिष्यों पर ही कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को पद से हटाकर शुरुआत करने के बारे में कहा। हालांकि उन्होने ये भी कहा कि भागवत की कथनी और करनी में अंतर है।
मुझे मालूम है आप नहीं करेंगे क्योंकि आपके कथनी और करनी में अंतर है। आपने सही कहा है #हम_पहले_भारतीय_हैं #WeAreIndiansFirst
लेकिन हुज़ूर अपने शिष्यों को तो पहले समझाएँ।
वे मुझे कई बार पाकिस्तान जाने की सलाह दे चुके हैं!!
देखते हैं।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 5, 2021
उन्होने अपने ट्वीट में लिखा, मोहन भागवत जी यह विचार क्या आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे? क्या यह शिक्षा आप मोदी-शाह जी व भाजपा मुख्यमंत्री को भी देंगे? यदि आप अपने व्यक्त किए गए विचारों के प्रति ईमानदार हैं तो भाजपा में वे सब नेता जिन्होंने निर्दोष मुसलमानों को प्रताड़ित किया है उन्हें उनके पदों से तत्काल हटाने का निर्देश दें।
कांग्रेस नेता ने कहा, शुरुआत नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ से करें। मुझे मालूम है आप नहीं करेंगे क्योंकि आपके कथनी और करनी में अंतर है। आपने सही कहा है कि #हम_पहले_भारतीय_हैं, #WeAreIndiansFirst लेकिन हुज़ूर अपने शिष्यों को तो पहले समझाएं। वे मुझे कई बार पाकिस्तान जाने की सलाह दे चुके हैं!!
यदि यह विचार मोहन भागवत जी आप अपने शिष्यों को पालन करने के लिए बाध्य कर देंगे तो मैं आपका प्रशंसक हो जाऊँगा।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 5, 2021
उन्होने कहा, लेकिन यह आसान नहीं है। आप लोगों ने हिंदू मुसलमान के बीच में इतनी नफ़रत भर दी है उसे दूर करना आसान नहीं है। सरस्वती शिशु मंदिर से ले कर संघ द्वारा बौद्धिक प्रशिक्षणों में मुसलमानों के खिलाफ जो नफ़रत का बीज बोया गया है वह निकालना आसान नहीं है। यदि यह विचार मोहन भागवत जी आप अपने शिष्यों को पालन करने के लिए बाध्य कर देंगे तो मैं आपका प्रशंसक हो जाऊँगा।