मोदी का जन्मदिन मनाना भारत के टैक्सपेयर्स को कितने सौ करोड़ का पड़ा ? कृपया आरटीआई लगाकर जवाब मांगे !

दुनिया के सबसे बड़े हवाईजहाज में बोइंग 747-400 का शुमार होता है, इस प्लेन में कुल 420 यात्री बैठ सकते है, कूनो में नामीबिया से जो चीते लाए गए वह एक तरह की चार्टर्ड फ्लाईट थी और यह कोई छोटा सा चार्टर्ड विमान नही था यह बोइंग 747-400 था जिसकी कीमत आठ हजार करोड़ रुपए के आसपास है

यह एक इंटर कॉन्टिनेंटल फ्लाइट थी, विमान की नाक पर बाघ पर लगे इस बोइंग को यूरोप के चिसीनाउ, मोल्दोवा में स्थित एक प्रायवेट एअरलाइन टेरा एविया से किराए पर लिया गया
खास बात यह भी है कि यह कोई कार्गो फ्लाइट नही थी जो सस्ते में आ जाए,

अक्सर विदेशो में जानवरों को कार्गो विमानों द्वारा या यात्री विमानों के कार्गो सेक्शन में ले जाया जाता है। लेकिन नामीबिया से आए इन चीतों की यात्रा के लिए यह कोई विकल्प नहीं था,यह आठ चीते अकेले नहीं आए थे उनके साथ परियोजना से जुड़े अन्य लोग और पशु चिकित्सा विशेषज्ञ भी मौजूद थे चूंकि फ्लाईट इंटर कॉन्टिनेंटल थी इसलिए जानवरों की निगरानी रखने के लिए पशु चिकित्सा कर्मचारियों की जरूरत पड़ी।

इन 8 चीतो और साथ में आने वाले दल को एक साथ यात्री केबिन में रहने की जरूरत थी। इसीलिए चीतों को सीट हटाकर इकोनॉमी सेक्शन में रखा गया, जबकि उनके साथ आने वाले लोगों ने फर्स्ट क्लास और बिजनेस क्लास की सीटों पर बैठाया गया

यानि पूरी तरह से इस प्लेन को इस यात्रा के लिए अलग से तैयार किया गया और जाहिर है की चार्टर्ड फ्लाईट के साथ इन सब तैयारियों की कॉस्ट भी जोड़ी गई होगी।
मोदी जी का जन्मदिन तो एक निश्चित तारीख को ही पड़ता है और उन्हें इसी दिन चीते छोड़ने थे इसलिए यह योजना बहुत दिन पहले से बनाई जा रही होगी जाहिर है इस पूरी प्रोसेस में बहुत पैसा लगा होगा

तो आखिर वो कॉस्ट क्या है क्योंकि ये पैसा बीजेपी के पार्टी फंड से तो आया नही होगा ये पैसा टैक्सपेयर्स से ही लिया गया होगा तो आप ही बताइए कि आपका हमारा यह जानने का हक बनता है या नहीं ?
यह सब डिटेल चरण चुम्बन करने वाला मीडिया तो आपको बताने से रहा इसलिए उपरोक्त तथ्यों के आलोक में कृपया आप ही आरटीआई लगाइए

(यह लेख गिरीश मालवीय की फेसबुक वॉल से साभार लिया गया है)

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