आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत के इंस्टाग्राम पर एक मिलियन फॉलोअर हो गए हैं. राम रहीम और हनीप्रीत ने यूपी के बरनावा आश्रम में इस मौके को सेलिब्रेट किया. दोनों ने एक दूसरे का हाथ पकड़कर केक काटा. राम रहीम ने हनीप्रीत को केक खिलाया और सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया.
सेरेमनी में हनीप्रीत ने कहा- किस तरह करूं शुक्रिया, अल्फाज नहीं होते. जिंदगी न होती इतनी खूबसूरत अगर पापा आप ना मिलते. पापा हम आपकी शिक्षाओं पर ऐसे ही चलते रहें. फख्र मुझे होता है आप की रहमत पर, लोग जब मुझे बेटी आपकी कहते हैं. गौरतलब है कि राम रहीम ने पिछली पैरोल के दौरान हनीप्रीत को रूहदी यानी रूह दीदी नाम दिया था
दस्तावेज में परिवार नहीं, हनीप्रीत शामिल
हनीप्रीत डेरा चीफ राम रहीम की मुख्य शिष्या होने के साथ उसकी धर्म बेटी भी बनी हुई है. राम रहीम ने अपने परिवार पहचान पत्र (PPP) में हनीप्रीत को अपनी मुख्या शिष्या घोषित किया है. इस दस्तावेज में उसके परिवार के किसी सदस्य का नाम नहीं है। हनीप्रीत डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन की चेयरपर्सन और वाइस पैटॉर्न भी है.
राम रहीम ने आधार से हटाया पिता का नाम
राम रहीम जब फरवरी 2022 में पहली बार पैरोल पर आया था तो अपने आधार कार्ड से लेकर परिवार पहचान पत्र में पिता और परिवार के नाम कटवा दिए थे. पिता के नाम के आगे उसने अपने गुरु सतनाम सिंह का नाम अंकित करवा दिया. इसी तरह परिवार पहचान पत्र में अपनी पत्नी और मां के नाम न लिखवाकर केवल हनीप्रीत का ही मुख्या शिष्या के तौर पर नाम अंकित करवा दिया.
राम रहीम के कारण जेल में रह चुकी
बता दें कि राम रहीम को अगस्त 2017 में साध्वी यौन शोषण और 2 मर्डर केस में 20-20 साल की सजा हुई. 2016 में साध्वी यौन शोषण मामले में राम रहीम को सजा के दौरान पंचकूला में दंगे हुए. इन दंगों में हनीप्रीत को भी पुलिस ने पकड़ लिया. हनीप्रीत 7 नवंबर 2019 को अंबाला जेल से जमानत पर बाहर आई थी.
जेल से 40 दिन की पैरोल पर राम रहीम
राम रहीम 40 दिन की पैरोल पर आया हुआ है. तब से हनीप्रीत राम रहीम के साथ यूपी के बरनावा डेरे पर है. यहां वह सत्संग कर रहा है. राम रहीम को 14 महीनों में चौथी बार पैरोल मिली है. पिछले साल वह 91 दिन जेल से बाहर रहा था.