कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व कैबिनेट मंत्री और पार्टी के कागवाड़ विधायक श्रीमंत पाटिल ने शनिवार को एक बड़ा खुलासा किया है। जिससे राज्य में बीजेपी सरकार की परेशानी बढ़ना तय है। दरअसल उन्होने आरोप लगाया कि कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने के लिए उन्हे पैसो का ऑफर दिया गया था।
पाटिल ने कहा है कि उन्हें कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस की सरकार के गिरने से पहले उन्हें पैसे लेकर कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने का प्रस्ताव मिला था। इतना ही नहीं, पाटिल ने यह भी कहा कि वह पैसे नहीं बल्कि मंत्रीपद के लिए कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे।
I joined BJP without taking money. I was asked how much money I wanted but I refused &asked for minister's post to serve people. I don't know why I wasn't made a minister in this govt but I've been promised ministerial berth in next expansion: Karnataka MLA Shrimant Patil (11.09) pic.twitter.com/q28p3lzPts
— ANI (@ANI) September 13, 2021
उन्होने कहा, ‘मैंने बीजेपी बिना किसी पैसे के प्रस्ताव को स्वीकार किए जॉइन की थी। मुझे पार्टी जॉइन करने के लिए पैसों का ऑफर मिला था। मैंने पैसे नहीं मांगे थे, मैंने उनसे मंत्रीपद मांगा था ताकि जनता की सेवा कर सकूं।’ पाटिल ने आगे कहा, ‘मुझे नहीं पता कि मौजूदा सरकार में मुझे मंत्री क्यों नहीं बनाया गया लेकिन मुझसे वादा किया गया था कि अगले कैबिनेट विस्तार में मंत्री बनाया जाएगा। मेरी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवाराज बोमई से बात हुई थी।’
पूर्व बीजेपी नेता के इस बयान पर कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने श्रीमंत पाटिल के बयान पर कहा कि बीजेपी ने कांग्रेस और जेडीएस विधायकों को पैसे देने की पेशकश की थी. । भाजपा ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल होने के लिए पैसे की पेशकश की थी और उन्होंने 25-35 करोड़ रुपये दिए हैं. । श्रीमंत पाटिल (कर्नाटक विधायक) ने सही बयान दिया है।
बता दें कि भाजपा ने बी.एस. येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री बनाया था। जब येदियुरप्पा को पद छोड़ने के लिए कहा गया, तो श्रीमंत पाटिल, जो उस समय कैबिनेट मंत्री थे, को नए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था।