अल-अमीन मिशन कोलकाता ने इस साल भी ऑल इंडिया मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट (नीट) में सफलता का सिलसिला जारी रखा है. परिणामों का विश्लेषण करने के बाद, अल-अमीन मिशन के प्रमुख एम नूरुल इस्लाम ने कहा कि इस वर्ष 500 से अधिक छात्रों को अल-अमीन मिशन से चिकित्सा का अध्ययन करने का अवसर मिलेगा.
एम नूरुल इस्लाम ने कहा कि करीब 36 साल पहले 1987 में अल-अमीन मिशन ने अपने छात्रों के लिए मेडिकल कोचिंग शुरू की थी. मुझे इस साल सबसे बड़ी सफलता मिली है. इस साल नीट में 600 और उससे अधिक अंक हासिल करने वाले अलामीन मिशन के छात्रों की संख्या करीब दो सौ होने जा रही है.
मेडिकल स्कूल में प्रवेश लेने वाले अल-अमीन मिशन के छात्रों की संख्या पांच सौ से अधिक है. पिछले साल यहां से 500 छात्रों ने मेडिसिन में एडमिशन लिया था, लेकिन इस साल यह उससे कहीं ज्यादा है. और इनमें से ज्यादातर ग्रामीण इलाकों से ताल्लुक रखते हैं. वे राज्य भर के विभिन्न दूरदराज के गांवों से आ रहे हैं.
यह समझा जा सकता है कि यदि आप कोशिश करते हैं और उस पर टिके रहते हैं, तो सफलता अवश्य मिलेगी. अल-अमीन मिशन का परिवार इस सफलता से बेहद खुश है. लेकिन उन छात्रों को बधाई, जिनके लिए अल-अमीन की ओर से यह सफलता है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन शिक्षकों, शिक्षण कर्मचारियों या अल-अमीन के मिशन से जुड़े लोगों को बधाई देता हूं जिन्होंने उनकी देखरेख की.’’
नूरुल इस्लाम ने यह भी कहा कि अल-अमीन मिशन के पांचवीं से बारहवीं कक्षा तक लगभग 72 परिसर हैं. कैंपस से 12वीं क्लास की नेट ट्रेनिंग के बाद उन्हें सफलता मिल रही है. इसी तरह इस वर्ष के छात्र भी सफलता प्राप्त कर रहे हैं. इस साल और भी उपलब्धियां हासिल की हैं. वह 11वीं कक्षा से नेट की तैयारी कर रहे हैं. उन्हें लगातार सफलता भी मिल रही है. नूरुल इस्लाम को भविष्य में और सफलता की उम्मीद है.
इस साल के नीट में अल-अमीन ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें गैर-आवासीय और आवासीय दोनों क्षेत्रों के छात्र शामिल थे. अल-अमीन मिशन के अनिवासी छात्रों में किशनकुर भूमिक ने सर्वोच्च अंक प्राप्त किए. उन्होंने नीट में 720 में से 686 अंक हासिल किए. पूरे भारत में उनका रैंक 427 है. हालांकि मिशन के रेजिडेंट छात्रों में कूचबिहार के तफनगंज के देवचराय गांव निवासी मामूली किसान अब्दुल सुभान के बेटे इरफान हबीब ने सबसे ज्यादा अंक हासिल किए हैं.
इस साल नीट में इरफान हबीब ने 685 अंक हासिल किए थे, ऑल इंडिया में उनकी रैंक 594 है. इसके अलावा अलामीन मिशन के कई छात्रों ने नीट में 650 से ज्यादा अंक हासिल किए हैं. और अल-अमीन मिशन के छात्रों के बीच अख्तरी परवीन ने उत्कृष्ट परिणाम हासिल किए हैं. बीरभूम जिले के मोरई थाने की रहने वाली अल अमीन मिशन की यह छात्रा अल अमीन मिशन के खालतपुर परिसर में 2015 से सातवीं कक्षा में पढ़ रही हैं.
अख्तरी ने कहा कि उन्हें सेकेंडरी में 96 फीसदी और हायर सेकेंडरी में 98 फीसदी अंक मिले हैं. मुझे नीटमें केवल 480 अंक मिले, क्योंकि मैं लॉकडाउन के कारण घर पर तैयारी नहीं कर सकी, लेकिन इस साल मुझे अल अमीन मिशन की मदद से 653 अंक मिले. अखिल भारतीय में रैंक 3915. सुपर सोनाली मैडम (नूरुल इस्लाम की बेटी) ने इस कैंपस में लड़कियों को हर तरह का सपोर्ट दिया है. सचिव आकर हमें डॉक्टर बनने के लिए प्रोत्साहित करते थे.
साभार: मुहम्मद शमीम हुसैन / कोलकाता आवाज द वॉइस