अरबी में, ‘उमरा का अर्थ है “एक आबादी वाले स्थान पर जाना।” वहीं शरिया में, उमरा का अर्थ है कि इह्राम (एक पवित्र वस्त्र) ग्रहण करने के बाद, काबा का तवाफ़ करना।
हर मुसलमान की दिली ख़्वाहिश होती है कि वह अपनी जिंदगी में कम से कम एक बार अपनी आँखों से काबा देखे। वहाँ पर इबादत करें। ऐसे में 96 साल की बुज़ुर्ग महिला की स्ट्रेचर पर लेटे हुए तवाफ़ करने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
यह महिला बीमार है लेकिन अपने आखिरी दिनों में वह स्ट्रेचर पर लेटे हुए तवाफ़ कर रही है। उसकी जुबान से लब्बेक अल्लाहुम्मा लब्बेक की सदा बुलंद हो रही है।
इस तस्वीर को बड़े पैमाने पर वायरल किया जा रहा है। सऊदी सरकार ने भी इस महिला के तवाफ के लिए अलग ही व्यवस्था की। ताकि अन्य लोगों को कोई परेशानी पेश न आए।